Aligarh: शिक्षा व्यवस्था ऐसी कि आराम फरमा रहे मास्टर जी मीडिया का कैमरा देख खाली क्लास को ही पढ़ाने लगे

पहले चित्र में खाली क्लास को पढ़ाता शिक्षक व दूसरे चित्र में आराम फरमाते शिक्षक

Aligarh: देश में मोदी-योगी की सरकार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दे रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की इन कोशिशों पर विभागीय अधिकारियों के साथ जिम्मेदार शिक्षक पलीता लगा रहे हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होने से पहले हमने उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे तो विद्यालय की बदहाल शिक्षा व्यवस्था को देख हम हैरान रह गए। यहां की कक्षाओं में बच्चे अपनी बातों में व्यस्त थे और विद्यालय के अधिकांश अध्यापक पैर फैलाकर आराम करने में मस्त थे।

जब खबर इंडिया की टीम ने अलीगढ़ जिले के टप्पल क्षेत्र के संकट मोचन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मांदक में पहुंचे तो मैन गैट में प्रवेश करते ही नजारा कुछ इस प्रकार का था। बाहर एक पेड़ के नीचे एक छोटी दीवार पर बैठकर एक शिक्षक महोदय मोबाइल पर किसी से बात करने में व्यस्त थे। आगे बढ़े तो देखा कि एक खाली कमरे में पड़े तख्त पर एक शिक्षक कमर को सीधी करके लेटे हुए घर की तरह आराम फरमा रहे थे। उसी कमरे में दूसरे शिक्षक कुर्सी पर बैठे फोन पर बात कर रहे थे और तीसरे शिक्षक पैर फैलाकर कुर्सी पर बैठे गप्पें लड़ा रहे थे।

हम आगे बढ़ते हुए प्रिंसीपल ऑफिस के सामने पहुंचे तो देखा कि चार शिक्षक पैर पर पैर रखकर आपसी बातचीत में व्यस्त थे। इससे आगे बढ़े तो हमने देखा कि बरगद के पेड़ के नीचे तीन शिक्षक अपनी मस्ती में मस्त होकर पेड़ की गहरी छाया का आनंद ले रहे थे। आगे देखा तो कुछ शिक्षक स्टाफ रूम में बैठे हुए तो, तो कुछ शिक्षक मौका पाकर हमारे कैमरे को देख बच्चों को क्लास में पढ़ाने पहुंच गए। इस बीच विद्यालय प्रांगण में अधिकांश बच्चे अपनी मस्ती में मस्त होकर खेल रहे थे।

बहरहाल हमारा कैमरा देखते ही पूरे स्कूल में अफरा तफरी मच गई। इस बीच हम एक एक करके क्लास रूम में पहुंचे तो नजारा कुछ इस प्रकार था कि एक शिक्षक महोदय तो इतनी हड़बड़ी में आ गए कि वह हमारा कैमरा देखते ही ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाना शुरू कर दिया, जबकि कक्षा में कोई छात्र मौजूद ही नहीं था और इसी के साथ उक्त शिक्षक महोदय ने अपनी तथाकथित जिम्मेदारी पूरी करने का अहसास खुद से कर लिया, लेकिन इस बीच एक कक्षा में छात्र-छात्राओं की उपस्तिथि भी अच्छी मिली और उसमें एक शिक्षक बड़ी ही शिद्दत से बच्चों को पढ़ाने में व्यस्त थे।

पूरे विद्यालय में घूमने के बाद पता चला कि विद्यालय में कुल 17 कमरे बने हुए हैं, जिसमें से 6 कमरों में बच्चे बैठे हुए थे और शेष 11 कमरे खाली पड़े हुए थे। कुल मिलाकर शिक्षा का मंदिर कहा जाने वाला स्कूल अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा था। 

48 बच्चों को पढ़ाने के लिए 24 का स्टाफ

Aligarh: प्रिंसीपल प्रमोद पचौरी के मुताबिक कक्षा 6 से कक्षा 10वीं तक के विद्यालय में कुल 200 बच्चे हैं और 150 से अधिक बच्चे रोजाना आते हैं, वहीं उनको पढ़ाने के लिए 19 शिक्षक,  2 बाबू और 3 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं, लेकिन जब हमने प्रिंसीपल से रजिस्टर में विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति देखने के लिए कहा तो उन्होंने हमें रजिस्टर दिखाने से मना कर दिया, लेकिन जब हमने क्लास में जाकर छात्र संख्या देखी तो विद्यालय में मात्र 48 बच्चे मौजूद थे। 

शिक्षा का मंदिर बना खंडहर

Aligarh: वैसे तो स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, लेकिन संकट मोचन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मांदक इन दिनों मानो जर्जर व्यवस्था के साथ खंडहर बना हुआ है। विद्यालय में मरम्मत का कार्य तो दूर दशकों से रंगाई पुताई का कार्य भी नहीं कराया गया है। विद्यालय में आज तक बिजली कनेक्शन नहीं है, जिससे भीषण गर्मी से बच्चे बेहाल रहते हैं। यहां तक कि साफ पानी पीने की भी व्यवस्था नहीं है। बच्चों के लिए कोई खेल का मैदान नहीं है। प्रिंसीपल के मुताबिक खेल मैदान की 4 बीघा जमीन पर गांव मांदक के ही दबंग व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है।

विद्यालय में करीब 150 बच्चे पंजीकृत हैं। पिछले 6 वर्ष से कोई मेनेजर नहीं होने से सब कुछ अव्यवस्थित है। मेनेजमेंट ने विद्यालय में कोई काम नहीं किया। अभी तक कोई देखने वाला नहीं रहा। छात्र संख्या बढ़ाने के लिए कमेटी गठित करके उन्हें गांवगांव जाकर संपर्क करने के लिए आदेशित किया गया है। 1 जुलाई से कोई अनयमिता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैनेजमेंट के पैसों का सदुपयोग करके व्यवस्थआओं को दुरुस्त किया जाएगा। लापरवाह शिक्षकों की जो भी तस्वीरें मीडिया का माध्यम से सामने आई हैं उनकी जांच कराकर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगीसुभाष गौतम, विद्यालय कंट्रोलर, एडीआईओएस, अलीगढ़

 

ये भी पढ़ें…

The Kerala Story: मथुरा पहुंची साध्वी प्राची ने दिया विवादित बयान, “हिंदुओ अपनी बहन बेटियों को अब्दुल्ला, आसिफा से दूर रखो”

Mirzapur: मिस्ड कॉल ने बना दिया लव जिहाद का शिकार, आरिफ ने बंधक बनाकर किया रेप

By Keshav Malan

यह कलम दिल, दिमाग से नहीं सिर्फ भाव से लिखती है, इस 'भाव' का न कोई 'तोल' है न कोई 'मोल'