Anti Hijab Protest: हिजाब विवाद ने देश से विदेश तक बवाल मचा रखा है। पहले देश के अंदर विशेष संप्रदाय के लोगों ने हिजाब को लेकर पूरे देश में बवाल काटा और फिर ये विवाद ईरान तक जा पहुंचा। आप को बता दें कि ईरान में ही एक 22 साल की लड़की को सिर न ढकने की वजह से पहले गिरफ्तार किया गया उसके बाद उसकी हत्या की गई और अब ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने पहनने पर अमेरिकी महिला पत्रकार को इंटरव्यू देने से इनकार कर दिया। राष्ट्रपति ने अमेरिकी महिला पत्रकार को यहां तक कह दिया कि ‘पहले हिजाब पहनो फिर लेना इंटरव्यू’…
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब इस मिडिल ईस्ट देश में हिजाब का मुद्दा गरमाया हुआ है। कुछ दिन पहले 22 साल की खूबसूरत महिला को पहले गिरफ्तार किया जाता है और फिर उसकी पुलिस कस्टिडी में मौत हो जाती है। उस खूबसूरत महिला महसा अमिनी को केवल इसलिए मार दिया जाता है क्योंकि उसने हिजाब पहनने से इंकार कर दिया था।
Anti Hijab Protest: बता दें कि सीएनएन की चीफ इंटरनेशनल एंकर क्रिस्टियन एमनपोर के साथ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का इंटरव्यू फिक्स था। लेकिन, इंटरव्यू को केवल इसलिए रद्द कर दिया गया क्योंकि अमेरिकी महिला पत्रकार ने हिजाब पहनने से इनकार कर दिया गया था।
क्रिस्टियन ने ट्वीट करके बताया कि उन्हें हेडस्कार्फ पहनने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसके बाद अचानक ही इंटरव्यू को कैंसिल कर दिया गया।
गौरतलब है कि ईरानी राष्ट्रपति ने न केवल इंटरव्यू को रद्द कर दिया बल्कि अमेरिकी पत्रकार को इंटरव्यू रद्द करने की खबर तक नहीं दी। वो महिला पत्रकार राष्ट्रपति का इंतजार 15, 20 मिनट नहीं पूरे 40 मिनट तक करती रही लेकिन राष्ट्रपति इंटरव्यू के लिए नहीं आए।
जब महिला पत्रकार ने इंटरव्यू रद्द करने का कारण पूछा गया तो उसको राष्ट्रपति के स्टाफ ने बताया कि मुहर्रम का पवित्र महीना चल रहा है, इसलिए हिजाब आपको पहनना ही होगा।
इस पर महिला पत्रकार ने कहा कि हम न्यूयॉर्क में हैं और यहां पर हिजाब को लेकर ऐसा कोई कानून लागू नहीं है। इससे पहले किसी भी ईरानी राष्ट्रपति ने ऐसी मांग नहीं रखी है, जब वह ईरान के बाहर इंटरव्यू कर रही हों।
Anti Hijab Protest:हिजाब को लेकर ईरान में क्यों मचा रहा है बवाल?
वहीं, अमेरिका ने ईरान में हिरासत के दौरान युवती की मौत के बाद वहां की धर्माचार पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों के अधिकारियों पर पाबंदी लगा दी है। ये पाबंदियां युवती की मौत के बाद ईरान में हिंसा भड़कने और फिर सुरक्षा बलों से हुई झड़पों में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद लगाई गई हैं।
Do you really want to know how Iranian morality police killed Mahsa Amini 22 year old woman? Watch this video and do not allow anyone to normalize compulsory hijab and morality police.
The Handmaid's Tale by @MargaretAtwood is not a fiction for us Iranian women. It’s a reality. pic.twitter.com/qRcY0KsnDk
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 16, 2022
Anti Hijab Protest: धर्माचार पुलिस ने ही पिछले हफ्ते 22 वर्षीय महसा अमीनी को यह कहते हुए हिरासत में लिया था कि उन्होंने अपने बालों को हिजाब से ठीक से नहीं ढका था। अमीनी एक थाने में गिर गई थीं और तीन दिन बाद उनकी मृत्यु हो गई थी।
बता दें कि ईरान के शरिया कानून के अनुसार, महिलाओं को बाल ढंकने और ढीले-ढाले कपड़े पहनने के लिए बाध्य किया जाता है। ऐसा न करने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है और ये मामला ईरान में होने वाला ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी ऐसी घटनाएं इरान में हो चुकी है।
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