Asduddin Owaisi In gujrat:ओवैसी को गुजरात में मुसलमानों ने दिखाए काले झंडे, रैली में लगाए मोदी-मोदी के नारे

Asduddin Owaisi In gujrat

Asduddin Owaisi In gujrat: ओवैसी मुस्लिमों के मसीहा या मुसीबत आखिर इकलौते मुस्लिमों के रहनुमा को क्यों दिखाये गए काले झण्डे? गुजरात में मुस्लिम वोटरों की पसंद कौन औवैसी ने किसको कहा छोटा रिचार्ज… गुजरात विधानसभा चुनाव का चुनावी बिगुल बज चुका है सारी पार्टियां एक्टिव हैं और अपनी पूरी ताकत झोक रहीं हैं ऐसे में बीजेपी, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत अब औबैसी भी गुजरात में अपना परचम लहराना चाहते हैं।

लेकिन, औवैसी जी का परचम तो दूर मुस्लिमों के तथाकथित रहनुमा बताने वाले ओवैसी की तो हालात पस्त गुजरात में दिख रही है , दरअसल ओवैसी चुनाव प्रचार के लिए सूरत पहुंचे थे और उसके बाद जो हुआ उसका अंदाजा तो खुद ओवैसी जी को भी नहीं रहा होगा।

Asduddin Owaisi In gujrat: ओवैसी जिसके रहनुमा खुदको बताते हैं और मसीहा का ढिढोंरा पीटते- पीटते है, थकते नहीं है। ओवैसी दावा करते नहीं थकते कि वो ही इन दबे कुचले मुसलमानों के नेता है।  उन्होंने ओवैसी  के सामने मोदी- मोदी के नारे लगा दिए ये दुख तो फिर भी कम था जनाब… हद तो तब हो गयी जब  औवैसी को काले झण्डों का सामना भी करना पड़ा।

गौरतलब है कि गुजरात के मुस्लिमों को लुभाना औवैसी को जितना आसान लग रहा था… उतना आसान औवैसी के लिए है नहीं है। औवैसी गुजरात के सूरत जैसे ही पहुंचे तो लगे मोदी- मोदी के नारे… ओवैसी जनसभा को संबोंधित करने जब मंच पर पहुंचे तो काले झंण्डे दिखाते हुए लोगों ने गो बैक- गो बैक के नारे लगाते हुए जमकर विरोध किया। इस विरोध ने यह साबित कर दिया है कि एआईएमआईएम का चुनाव मे कुछ खास प्रभाव गुजरात में नहीं रहेगा।

Asduddin Owaisi In gujrat: हालांकि इतनी फजीहत के बाद भी औवैसी ने जनता को संबोधित करते हुए केजरीवाल को छोटा रिचार्ज बता दिया। ओवैसी ने कहा अभी तक भाजपा और कांग्रेस थी लेकिन अब दिल्ली का छोटा रिचार्ज भी आ गया और गुजरात की जनता को 10- 10 गारंटी गिना रहा है क्या होता है गारंटी गिनाने से आगे कहा कि लोग मुझे कहते हैं कि मैं भड़काउ भाषन देता हूं भड़काउ भाईजान हूं क्या मैं?

गौरतलब है कि गुजरात में बीजेपी आप कांग्रेस के बीच काटे की टक्कर है। हालांकि, ऐसे में ओवैसी भी ऐड़ी चोटी को जोर लगा रहें हैं औवैसी अल्पसंख्यक वोटों को अपने पाले में करने के लिए ताकत झोंक रहे हैं। लेकिन, यहां औवैसी को कुछ फायदा हो या न हो लेकिन आप और कांग्रेस के लिए खतरा बनते दिख रहें हैं।यहा तो बस वही वाली बात हो गई की न खेलुंगा न खेलने दूंगा सिर्फ खेल ही बिगाड़ूंगा।

आपको बता दें कि गुजरात में बीजेपी ढाई दशक से अधिक समय से सत्ता में है। पीएम नरेंद्र मोदी करीब 14 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात मॉडल के नाम पर ही बीजेपी ने वोट मांगे थे। 2014 से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री है।

गृह राज्य होने के कारण पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात चुनाव की कमान संभाल रखी है और लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हैं। पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान गुजराती में ‘मैंने यह गुजरात बनाया है’ का नया चुनावी नारा दिया था।इसको देखते हुए बीजेपी के वोटों की सेंध लगाना किसी पार्टी के लिए आसान नहीं है।

बीजेपी का कोर वोट बैंक बिल्कुल भी खिसकता नहीं दिख रहा वहीं मोदी- मोदी के नारे ही काफी हैं ये बताने के लिए कि आखिर महौल किसका बन रहा है। ऐसे में केजरीवाल राहुल गांधी औवैसी के साथ साथ पार्टी के नेता भी चुनाव प्रचार कर अपने जीत का दम भर रहें हैं। लेकिन, ये तो चुनाव का रिजल्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर गुजरात की जनता का दिल जीत कर उनका मत कौन पाता है?

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।