Atal Bihari Vajpayee: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक ‘सदैव अटल’ पर पुष्पांजलि अर्पित की।
Atal Bihari Vajpayee: वहीं आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उनको पुष्पांजलि के साथ ही उनको नमन करते हुए श्रृद्धांजलि अर्पित की है।
#WATCH दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक 'सदैव अटल' पर पुष्पांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/hQDhrQanHV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2022
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी को टाद करते हुए कहा कि हम भारत की सेवा के लिए अटल जी के प्रयासों से प्रेरित हैं। उन्होंने भारत को बदलने और 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए हमारे देश को तैयार करने के लिए अग्रणी प्रयास किए।
Atal Bihari Vajpayee: वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने अटल विहारी बाजपेयी को याद करते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने माँ भारती के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए अपने जीवन का प्रत्येक क्षण खपाया। उन्होंने भारतीय राजनीति में गरीब कल्याण व सुशासन के नए युग की शुरुआत की और साथ ही विश्व को भारत के साहस व शक्ति का भी अहसास कराया। आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।
वहीं अटल विहारी बाजपेयी के साथी रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनको याद करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें नमन करता हूँ। देश को विकास और सुशासन का मंत्र देने वाले अटलजी का पूरा जीवन उनके व्यक्तित्व की गहराई और कृतित्व की ऊँचाई का प्रतिबिम्ब है।भारत की विकास यात्रा में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अटल बिहारी वाजपेयी की चौथी पुण्यतिथी पर श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुए उनको भावभीनी श्रृद्धांजलि दी और साथ ही उनको नमन किया।
बता दें कि आज देश भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चौथी पुण्यतिथि मना रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के कारण मृत्यु हो गया थी। उनको तीन बार विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले भारत का प्रधानमंत्री होने का गौरव प्राप्त है। ऐसे कम ही लोग है जिनको ये सौभाग्य प्राप्त हुआ हैं।
Atal Bihari Vajpayee:ये अलग बात है कि साल 1999 में महज 13 दिन की सरकार ही रही थी उस समय उन्होंने संसद में खड़े होकर बड़े फक्र के साथ प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन, कभी अपने आदर्शो से समझोता नहीं किया। वो हमेशा कहते थे कि सरकारे आएंगी– जाएंगी। लेकिन, बाजपेयी ने कभी भी राजनीति से समझोता नहीं किया। आपको बात दें कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार महज 2 सांसदों कमी के कारण गिर गई थी।
Atal Bihari Vajpayee:इसके बाद वो 1998 से 1999 तक 13 महीने तक पीएम रहे और बाद में वो 1999 से 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। बाजपेयी बीजेपी के सहसंस्थापक होने के साथ ही संघ के कर्मठ कार्यकर्ता थे। वो पहले गैर काँग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया था। वो एक प्रसिद्ध कवि और लेखक भी थे। वो 5 दशक तक संसद सदस्य रहे। 10 बार वो लोकसभा सांसद चुने गए और 2 बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे।
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