Boycott ‘Dobara’: अनुराग कश्यप की गिनती स्मार्ट डायरेक्टरों में होती है। उनकी अपकमिंग फिल्म ‘दोबारा’ आने वाली है और वो दोनों इस फिल्म का प्रचार जोर-शोर से कर भी रहे है। लेकिन क्या आपको पता है कि ये दोनों कितने बड़बोले है। आप सोच रहे है कि हम उनको बड़बोला क्यों कह रहे है? इसका भी क्या आधार है तो हम आपको बता दें कि वो ‘लाल सिंह चड्डा’ के बायकाॅट का मजाक बनाते हुए एक इंटरव्यू में दिख रहे है। वो कह रहे है ये राष्ट्रवादियों द्वारा चलाई गई सीजिश है। हम तो कह रहे है कि हमारा बायकाॅट कर दो और हमारी फिल्म का भी बायकाॅट कर दो। वो लोगों को चिढाने के अंदाज में कहते है कि प्लीज #बायकाॅट अनुराग कश्यप , # बायकाॅट तापसी पन्नू और हमारी फिल्म #दोबारा का भी बायकाॅट कर दो।
Boycott ‘Dobara’: इस इंटरव्यू के दौरान एंकर भी लोगों से मजाक करते हुए कहता है कि ये दोनो मेरे दोस्त है और मेरी आपसे गुजारिस है कि इनको भी बायकाॅट होना है। प्लीज इनकी फिल्म दोबारा का भी बायकाॅट कर दो। इस पर फिल्म की नायिका तापसी कहती है कि हमारी फिल्म देखो या मत देखो लेकिन, प्लीज हमारी फिल्म का बायकाॅट कर दो।
Anurag Kashyap and Taapsee Pannu request netizens to boycott their film Dobaaraa, 'please trend karwa do'.
Boycott #LalSinghChadha success, guys let's trend #BoycottDobaaraa !!pic.twitter.com/PbzSiAgYId
— Yashpreet Kaur Rana (@ranayashk) August 12, 2022
Boycott ‘Dobara’: अनुराग कश्यप ने बॉलीवुड नाउ को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा कि जितना बताया जा रहा है स्थिति उतनी गंभीर नहीं है। फिल्म निर्माता केवल मीडिया में बनाई जा रही कहानी से डर महसूस कर रहे हैं। स्थिति उतनी गंभीर नहीं है जितनी कि अनुमान लगाया जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि हिंदी फिल्मों में कुछ गलत हो रहा है। कुछ इसे खरीद लेते हैं, दूसरे नहीं। हम हर तरह की फिल्में बना रहे हैं और ‘बड़ी ब्लॉकबस्टर’ फिल्मों के बारे में धारणा बनाई जा रही है जो हिंदी फिल्म से नहीं आई हैं।
Boycott ‘Dobara’: लोगों के पास समय नहीं हैं और न ही पैसे
फिल्ममेकर ने आगे कहा कि बॉलीवुड ही नहीं दूसरी इंडस्ट्री में भी फिल्में नहीं चल रही हैं। उनके बारे में लोगों को पता नहीं है। हिंदी में दो फिल्में चली हैं, तमिल में भी दो ही फिल्में चलीं, तेलुगू और कन्नड़ में एक-एक फिल्में सफल रही हैं। असल में लोगों के पास फिल्म देखने के पैसे ही नहीं है। पनीर पर तो जीएसटी दे रहे है। खाने के लिए जीएसटी दे रहे है। उससे ध्यान हटाने के लिए ट्रेंड होता है, बायकॉट ये, बायकॉट वो।
लोग फिल्म तब देखने जाना चाहते हैं जब उन्हें लगता है कि यह फिल्म सबको पसंद आ जाए। या फिर उस फिल्म का सालों से इंतजार कर रहे हैं। केजीएफ 2 का सालों से इंतजार हो रहा था। आरआरआर का बाहुबली के बाद से इंतजार हो रहा था। भूल भुलैया सीक्वल है तो उसका सालों से इंतजार हो रहा था।
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