CDS: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान को दिल्ली के साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान नवनियुक्त CDS ने कहा कि “मुझे गर्व है कि आज मैं भारतीय सेनाओं के प्रमुख पद पर कार्यभार संभालने जा रहा हूं। भारत सरकार, तीनों सेनाओं की आशाओं को पूरा करने की कोशिश करूंगा। हमारे सामने सुरक्षा संबंधी जो भी चुनौतियां और मुश्किलें हैं उसको साझा रूप से दूर करने की कोशिश करेंगे। ”
CDS: आप को बता दें कि पहले आधिकारिक सीडीएस विपिन रावत के बाद दूसरे सीडीएस जनरल णनिल चौहान है। आप को बता दें कि सीडीएस पद की जरूरत काफी लंबे समय से महसूस की जा रही थी और मोदी सरकार के समय में ही पहला सीडीएस विपिन रावत को बनाया गया था।
CDS: गौरतलब है कि हैलिकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से ये पद पिछले 9 महीने से खाली पड़ा था।दिवंगत जनरल रावत लेफ्टिनेंट जिस गोरखा रेजिमेंट से थे उसी रेजिमेंट से जनरल (रिट.) अनिल चौहान भी थे।
नए सीडीएस का कार्यकाल उनके पद भार संभालने से लेकर सरकार के अगले आदेश तक रहेगा। इसका मतलब अभी कार्यकाल का नहीं पता कि कब तक वो अपने पद पर रहेंगें। लेफ्टिनेंट जनरल अमिल चौहान ने करीब 40 साल तक सेना में विशिष्ट सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्त हुए और उन्होंने अपने करियर में कई कमांड सहित अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। जम्मू–कश्मीर और उत्तर–पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों का उन्हें विशेषज्ञ माना जाता है।
CDS:बालाकोट एयरस्टाइक में भी शामिल थे अनिल चौहान
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (रिट.) ने भारत के दूसरे सीडीएस के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। वो साल 2019 में हुई बालाकोट एयरस्ट्राइक में भी शामिल रहे थे और इस एयरस्ट्राइक के दौरान सेना के सैन्य अभियान के महानिदेशक रहे थे।
उस समय भारतीय लड़ाकू विमानों ने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के अंदर घुसकर जैश–ए–मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया था।
ये भी पढ़े…