CICA Summit 2022: 13 अक्टूबर गुरुवार को कजाकिस्तान के अस्ताना में आयोजित किए गए शिखर सम्मेलन में कई वैश्विक नेताओं ने भाग लिया। शिखर सम्मेलन का आयोजन तो ‘एशिया में बातचीत और विश्वास बहाली के उपायों पर चर्चे के लिए किया गया था। लेकिन,हुआ इसका उल्टा अंतरराष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान ने फिर घिस -पिटा कश्मीरी राग अलापा तब भारत की विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए करारा जवाब दिया।
आपको बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सीआईसीए सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि “भारत सरकार लगातार कश्मीर में लोगों पर अत्याचार कर रही है फिर भी वो भारत के साथ बातचीत के लिए इच्छुक थे।
उन्होंने साथ ही कहा कि भारत ने बातचीत के लिए कोई भी गर्मजोशी नहीं दिखाई जबकि, सार्थक और परिणाम-उन्मुख संपर्क के लिए आवश्यक कदम उठाने का दारोमदार नई दिल्ली पर बना हुआ है।
CICA Summit 2022: भारत ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए दिया करारा जवाब
विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने पाक पीएम शहबाज शरीफ के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान को भारत के अंदरूनी मामलों पर टिप्पणी करने कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की आज की टिप्पणी भारत के आंतरिक मामलों, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता में घोर हस्तक्षेप है।”
विदेश राज्य मंत्री ने पाकिस्तान को आतंकवाद का पावर हाऊस बताते हुए कहा कि “पाकिस्तान मानव विकास में कोई निवेश नहीं कर रहा है, लेकिन आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को बनाने और बनाए रखने के लिए अपने संसाधन उपलब्ध कराता है।”
पाकिस्तान अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंचों का करता है दुरुपयोग
CICA Summit 2022: लेखी ने कहा, ”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान ने मेरे देश के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए एक बार फिर सीआईसीए मंच का दुरुपयोग करने और सदस्य देशों के बीच आज की चर्चा और सहयोग के विषय और मुद्दे से ध्यान भटकाने का विकल्प चुना है।”
उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं और रहेंगे और साथ ही ये भी कहा कि ” पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू, कश्मीर और लद्दाख (पीओजेकेएल) में गंभीर और लगातार मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने के लिए अच्छा होगा। पाक पीओजेकेएल की स्थिति में कोई और महत्वपूर्ण परिवर्तन करने से बचे और उन भारतीय क्षेत्रों को खाली करे जो उसके अवैध और जबरन कब्जे में हैं।”
CICA Summit 2022: मीनाक्षी लेखी ने कहा, “जलवायु परिवर्तन और महामारी की तरह आतंकवाद हम सभी को प्रभावित करता है। भारत आतंक के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने के दृष्टिकोण का पालन करता है और सीमा पार आतंकवाद सहित सभी स्वरूपों में आतंकवाद की स्पष्ट रूप से निंदा करता है।”
उन्होंने पाकिस्तान से भारत विरोधी सीमा पार आतंकवाद को तुरंत बंद करने और आतंक के उसके बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए भी कहा।जब ही पड़ोसी देश के साथ भारत के मजबूत और स्थायी संबंध बन पाएंगे।
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि भारत तो हमेशा से ही पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सामान्य संबंध बनाना चाहता है लेकिन, इस्लामाबाद को एक अनुकूल माहौल बनाने की सलाह दी, जिसमें विश्वसनीय, सत्यापन योग्य और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करना शामिल है।
पाक में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहे बुरे बर्ताव को लेकर मिनाक्षी लेखी कसा तंज
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहे व्यवहार पर तंज कसते हुए कहा कि वहां रह रहे हिंदूओं के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है। उनको धार्मिक और जातीय आधार पर अल्पसंख्यकों को व्यवस्थित रूप से सताया जाता है।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के पूजा स्थलों पर हमले और तोड़फोड़ की लगातार घटनाएं और पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की नाबालिग लड़कियों के अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और शादी के अनगिनत मामले इस देश में माइनॉरिटी की कमजोर स्थिति के प्रमाण हैं।”
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