देश की राजधानी दिल्ली से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवक को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया गया कि वह हिंदुओं के गणेश विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुआ था और उसके माथे पर गुलाल लगा था। इसे देख कुछ कट्टरपंथी इतना भड़क गए कि ताबड़तोड़ चाकुओं से वार करके युवक को मौत के घाट उतार दिया। इसमें चार अन्य लोग भी घायल हुए हैं। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मंगोलपुरी गणेश विसर्जन से लौटे युवक की चाकू से गोदकर हत्या, लोग तमाशबीन रहे, जो महिला वीडियो बना रही, वह भी वारदात देख रो रहे किसी फैमिली मेंबर को यह कहती सुनाई दे रही है कि *तेरे घर का थोड़ी ना है कोई* pic.twitter.com/5rMMQ48Qpu
— Avneesh Chaudhary, Journalist (@avneesh_NN) September 10, 2022
Delhi: जानकारी के मुताबिक मामला दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके के K-ब्लॉक है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि मामूली रूप से घायल फरदीन ने बताया कि शुक्रवार(9 सितंबर, 2022) दोपहर करीब सवा दो बजे फरदीन अपनी मोटरसाइकिल से कहीं जा रहा था इस बीच शाहरुख के घर के बाहर उसकी बाइक को लेकर उसके भाई शाहबीर से कहा-सुनी हो गई। फरदीन अपने घर वापस चला गया, जहां उसके भाई मोंटी ने उससे कहा कि वह शाहरुख के साथ शांति से बात कर मामले को सुलझाएगा।
ताबड़तोड़ किए चाकुओं से वार
दिल्ली पुलिस ने आगे कहा कि मोंटी घर से निकल गया और फरदीन भी उसके पीछे चल पड़ा। जब मोंटी शाहरुख से मिला तो शाहरुख ने मोंटी को गाली दी और उनके बीच तीखी नोकझोंक हुई। इतने में उनका चचेरा भाई अरमान भी वहां पहुंच गया और बहस का हिस्सा बन गया। पुलिस ने कहा कि इस बीच शाहरुख और उसके भाई शाहबीर ने अपने सहयोगियों से चाकू लाने को कहा। पुलिस ने बताया कि दोनों भाइयों ने अपने साथियों सैफ, समीर, विनीत, करण और अजय मलिक के साथ मिलकर अरमान, फरदीन और मोंटी को चाकू मार दिया।
Delhi: जब इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो तत्काल पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जहां अरमान की मौत हो गई। मृतक के पिता की माने तो उनके बेटे को गणेश विसर्जन में जाने की वजह से मारा गया है क्यों कि वह गणेश विसर्जन कार्यक्रम से शामिल होकर तभी आया था और उसके चेहरे पर गुलाल लगा हुआ था। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने पूछा था कि ‘तुम किस बात के मुसलमान हो जो गुलाल लगा रखा है’ और इसके बाद हमलावरों ने ताबड़तोड़ चाकुओं से वार करके अरमान को मौत के घाट उतार दिया।
वहीं दिल्ली पुलिस की माने को पुलिस इसे आपसी विवाद बता रही है। साथ ही घटना के बाद दिल्ला पुलिस ने मंगोलपुरी थाने में आरोपियों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास के दो मामले दर्ज कर लिए हैं। उधर इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें घटना को साफ-साफ देखा जा सकता है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि हिंदुस्तान के अंदर एक हिंदू कार्यक्रम में एक मुस्लिम समुदाय के युवक का शामिल होना इतना बड़ी गुनाह हो गया कि अरमान को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। अब उस परिवार को इंसाफ कैसे और कब मिलेगा क्यों कि साहब यह मामला देश की राजधानी दिल्ली का है।
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