Gujrat: बीते सोमवार को खेड़ा जिले के दुर्गा पंडाल में विशेष संप्रदाय के 150 लोगों ने घुसकर की पत्थरबाजी, पुलिस ने जमकर की उनकी मेहमाननवाजी

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Gujrat: वो कहते हैं न कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते ऐसा ही कुछ भारत के कट्टरपंथी हैं जो लाख कोशिशों के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आते, लेकिन जब गुजरात में गरबा कर रहे लोगों पर कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने पथराव किया तो पुलिस ने आरोपियों को खंबे से बांधकर ऐसे डांडिया खेला कि लोग लाती बजाते रहे।

Gujrat: वैसे तो हिंदुओं के शांतिपूर्ण त्यौहारों पर मुस्लिमों द्वारा हर बार अशांति फैलाने की कोशिश की जाती है। ऐसा ही कुछ इस बार नवरात्रि जैसे पावन अवसर गुजरात में आयोजित गरबा कार्यक्रम पर मुसलमानों द्वारा पथराव करके यह साबित कर दिया कि हम हिंदुओं का कोई भी त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से नहीं मनने देंगे। गुजरात के खेड़ा जिले में गरबा कर रहे लोगों पर कुछ मुस्लिम युवकों ने पथराव कर दिया।

इस घटना में 7 लोग घायल हो गए लेकिन इसके बाद पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के साथ पुलिस ने जो डांडिया खेला वो नजारा देखने लायक था इतना ही नहीं आरोपियों के साथ पुलिस द्वारा खेले गए डांडिया को देख लोग सीटी मारकर ताली बजाते रहे।

Gujrat: दरअसल,  गत सोमवार के दिन ये पथराव किया गया और मंगलवार को ही पुलिस उन आरोपियों के स्वागत के लिए उनके घर पहुंच गई और 10 आरोपी को उसी जगह लेकर आई जहां पर उन्होंने गरबा कर रहे लोगों पर पथराव किया था और मौके से वहां पर एक बिजली का खंभा था।

जिसमें पुलिस नें पथराव करने वालों को एक के बाद एक को बांध कर बहुत ही अच्छे से मेहमान नवाजी कर दी और मजे की बात यह है कि जिस समय पुलिस अपराधियों को खंभे में बांध कर डांडिया खेल रही थी। उस समय बगल में खड़े लोग वंदेमातरम का नारा लगा रहे थे।

Gujrat: पुसिल की रिपोर्ट के मुताबिक 150 लोगों द्वारा पथराव किया गया था जिसमें महिलांए भी शामिल थी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और 43 लोगों की पहचान भी कर ली गई है।

घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं और पिटाई के बाद आरोपी पुलिस के सामने गिड़गिडाते नजर आए और वहां मौजूद गांव के लोगों से माफी भी मांगी।

गौरतलब है कि यह कोई एक मामला नहीं है जो कि गुजरात में हुआ ऐसे कई सारे मामले हैं अगर सूरत की अगर हम बात करें तो मुस्लिम बाउंसर ने अपना हिंदू नाम बताकर पंड़ाल में घुस गया लेकिन जब स च्चाई सामने आई तो बजरंग दल के लोगों ने इसका विरोध किया।

Gujrat: रिपोर्ट के अनुसार इस कार्यक्रम में सिर्फ काम करने लिए हिंदुओं को ही रखा गया था चूँकि, नवरात्रि हिंदुओं का त्यौहार है और लोगों की धार्मिक भावनाएँ भी इस त्यौहार से जुड़ी हुईं हैं। ऐसे में, किसी अन्य धर्म के व्यक्ति के शामिल होने का कोई औचित्य नहीं था।

इस घटना की जानकारी रखने वाले बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर वे हलाल अर्थव्यवस्था को केवल मुसलमानों तक सीमित रख सकते हैं, तो हम भी कर सकते हैं। नवरात्रि एक हिंदू त्यौहार है और गरबा नृत्य हमारी देवी-देवताओं की पूजा का एक रूप है।”

गौरतलब है, किसी मांसाहारी प्रोडक्ट के हलाल होने का मतलब यह होता है कि जानवर को मुस्लिम द्वारा ही काटा जाना चाहिए। यदि किसी और के द्वारा काटा जाता है तो इसे मुस्लिम गैर-हलाल बताते हैं।

सबसे बड़ी बात यह है कि हलाल और गैर-हलाल उत्पाद के चलते सभी बूचड़खानों में केवल मुस्लिमों को ही नौकरी पर रखा जाता है। इसका कारण यह है कि कोई भी हलाल और गैर-हलाल के लिए अलग-अलग बूचड़खाने खोलना अपेक्षाकृत महंगा साबित होगा।

मांस उद्योग कोई छोटा-मोटा उद्योग नहीं है। वास्तव में, यह अरबों डॉलर की कमाई वाला उद्योग है। जहाँ सिर्फ हलाल मांस के लिए मुस्लिमों को काम पर रखा जाता है। इसी हलाल सर्टिफिकेशन के चलते ऐसे लाखों लोग खासतौर से दलित वर्ग के लोग जो परंपरागत रूप से ‘कसाई’ का काम करते आ रहे हैं, उनकी रोजी-रोटी छिन गई है।

यहाँ एक और बिंदु है, जिस पर विचार करना आवश्यक है। दरअसल, मूर्ति पूजा को लेकर इस्लाम में सबसे बड़ी सजा, मौत की सजा है। इसलिए, जो लोग हिंदू देवी-देवताओं में विश्वास नहीं करते हैं और सोचते हैं कि नवरात्रि में देवी-देवताओं की पूजा करना पाप का एक रूप है, ऐसे लोगों को न केवल नवरात्रि बल्कि हिन्दुओं के किसी भी त्यौहार में शामिल नहीं होना चाहिए।

Gujrat: बहरहाल, बजरंग दल के कार्यकर्ता जब गरबा कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे तो उन्होंने देवी-देवताओं में विश्वास न करने वाले लोगों को गरबा कार्यक्रम स्थल से जाने के लिए कहा। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने मुस्लिम बाउंसर्स से नाम पूछे तो उन्होंने अपने हिंदू नाम बताए। जिसके बाद, मामला और गरमा गया।

इस दौरान, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि इस कार्यक्रम में कुछ ऐसे लोगों को भी प्रवेश दिया गया था जो कि सिर्फ मौज-मस्ती के लिए इस गरबा कार्यक्रम में आए थे। ये सभी लोग, नकली हिन्दू नामों के साथ कार्यक्रम में घुसे थे, जबकि सच्चाई यह है कि वे सभी मुस्लिम थे।

लेकिन आपने देखा होगा कि हिंदुओं का कोई त्यौहार ऐसा नहीं जाता जिस त्यौहार में उनको अलपसंखयकों द्वारा पत्थर न खाना पड़े यानि हिंदुओं के त्यौहार और हिन्दुऔ को लगातार टार्गेट किया जाता है और ये बात किसी से छुपी नहीं है।

Gujrat:  जिस तरह से अल्पसंख्यक के नाम पर हिंदुओं पर लगातार कंट्टपंथियों द्वारा कहर बरपाया जा रहा है और उन घटनाओं को अगर हम गिनाने लग जाए तो काफी लंबी लिस्ट है लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी भी हैं जो आप सब के सामने आनी चाहिए और आप लोगों को भी इस बात का पता चल सके कि आखिर हिंदुस्तान में मुसलमान कितने डरे हुए हैं।

राजस्थान के करौली में शोभा यात्रा पर पथराव हिंदुओं के करौली में हिदुऔं की शोभा यात्रा पर पथराव जिसमें हिंदुओं के घरों की पहचान कर आग के हवाले कर दिया गया। जहंगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव पर पथराव जिसमें आगजनी के साथ साथ पुलिस पर भी पथराव किया गया और मध्य प्रदेश खारगोन में भी रामनवमी के शोभा यात्रा पर पथराव किया गया था।

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।