Jharkhand News: बिहार और झारखंड में मुसलमानों को डर दिखा कर एक नई तरह की राजनीति शुरू कर दी है। मुसलमानों को डर दिखाकर कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति करना चाह रखती है। जेडीयू के नेता और पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने भड़काऊ बयान दिया है। गुलाम रसूल बलियावी ने रैली में मुसलमानों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी एक्ट की मांग कर दी।
झारखंड के हाजारीबाग में एक रैली के दौरान जेडीयू नेता ने नाम लिये बिना बीजेपी से निष्कासित नेता नुपुर शर्मा पर निशाना साधते हुए धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पैगंबर मोहम्मद की इज्जत पर हाथ डाला तो हम शहरों को कर्बला बना देंगे। JDU लीडर ने तथाकथित सेकुलर दलों पर तंज कसते हुए कहा कि किसी पार्टी ने नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग नहीं की।
Jharkhand News: उन्होंने आगे कहा कि “कोई रियायत नहीं होगी, इसलिये कि मेरी ज़िंदगी मेरी नहीं है, मेरी सांसे मेरी नहीं हैं, जीने की तमन्ना वो करे जिसके पास रसूल का नूर ना हो। हम तो इसी आरजू तमन्ना से जिए जीते हैं कि मरने के बाद एक दिन ऐसा भी आएगा कोई नहीं रहेगा। मैं रहूंगा मेरा रसूल रहेगा, कोई समझौता नहीं होगा।”
गुलाम रसूल ने रैली के दौरान लोगों को संबोधित किया। पहले तो सामाजिक मुद्दों पर बोलते रहे फिर नुपुर शर्मा के नाम पर लोगों को भड़काया और आखिर में मुलसमानों के लिए सेफ्टी एक्ट की मांग कर दी।
उन्होंने आगे कहा कि “अब समय आ गया है कि दो क़ानून बनने चाहिए। एक, कि कोई भी व्यक्ति अगर पैगंबर मोहम्मद की इज्जत पर हाथ डाले तो उस पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए और SC/ST एक्ट की तरह एक मुस्लिम सेफ्टी एक्ट बनना चाहिए।”
Jharkhand News: मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने अपने भाषण में आगे कहा, “मोराबादी और रांची को जाम कर दो। अरे अक्सर गैरों के झंडे लेकर निकले हो, निकल लो एक बार माझी ने नामूस पर झंडा लेकर और बता दो हुक्मरानों को कि हम राख के नीचे दबे ज़रूर हैं, बुझे नहीं हैं। तो दिल से जितने लोग साथ हों इन सारे मुद्दों पर अपना समर्थन अपनी हिमायत की ये 17 एजेंडे हैं, इन सारे एजेंडों को आपने सुन लिया, समझ लिया।
क्या ये लागू होना चाहिए की नहीं होना चाहिए? नामूसे रिसालत पर कानून बनना चाहिए। दलितों की तरह मुसलमानों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी एक्ट बनना चाहिए। सत्ता में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। मेरे बच्चों को रोज़गार मिलना चाहिए। दहेज खतम होना चाहिए।“