Mathura News: मांट विधानसभा क्षेत्र में यमुना नदी का पानी ज्यादा होने के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई… वहीं मांट के भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने पीड़ित किसानों के साथ डूब क्षेत्र का दौरा किया। विधायक राजेश चौधरी ने बर्बाद हुई फसल का पानी में घुसकर मुआयना किया। भाजपा विधायक ने किसानों के दुख-दर्द को समझते हुए कहा कि हम किसानों के हुए नुकसान को अच्छी तरह से समझते है और साथ ही सीएम योगी से मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया।
Mathura News: राजेश चौधरी ने किसानों के दर्द को समझते हुए उनके दर्द को भरे मन से बयान करते हुए अपने ट्विट में लिखा कि “जाके पैर न फटी बिवाई,वो क्या जाने पीर पराई। यमुना नदी का बहुत बड़ा हिस्सा मेरे विधानसभा क्षेत्र से गुजरता है, अचानक पानी बढ़ जाने से मांट के किसानों की हजारों एकड़ जमीन पानी में डूब कर नष्ट हो गई है, मैने किसानों के साथ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।”
Mathura News: इस दौरान मैने भी दिल की गहराईयों से महसूस किया कि मैं भी एक किसान का बेटा हूं और मुझे भी उतना ही दर्द हुआ जितना इन किसानों को बाढ़ की वजह से फसल बर्बाद होने पर हुआ है। मेरी भी आंखे उनके इस दुख को देख कर भर आई और मुझे भी समझ नही आ रहा था कि मैं उनके दुख को कैसे कम कर सकूं। मैने उनको आश्वासन देते हुए कहा कि मुझ से जो बनेगा में उनके के लिए करने के तत्पर रहूंगा। सीएम योगी से भी इस बारे में बात करूंगा कि जितना जल्दी हो सके हमारे किसान भाईयों की आर्थिक मदद की जाए।
जाके पैर न फटी बिवाई,वो क्या जाने पीर पराई।
यमुना नदी का बहुत बड़ा हिस्सा मेरे विधानसभा क्षेत्र से गुजरता है, अचानक पानी बढ़ जाने से मांटके किसानों की हजारों एकड़ जमीन पानी में डूब कर नष्ट हो गईहै, मैने किसानों के साथ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।@myogiadityanath@swatantrabjp pic.twitter.com/je2QbcclIP— Rajesh Chaudhary (@rajeshchbjp) September 30, 2022
Mathura News: आप को बता दें कि तीन दिन पहले ताजेवाला बांध से लगभग तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिसकी वजह से का यमुना में असर दिखने लगा। बृहस्पतिवार को ही मथुरा में भी खतरनाक स्तर पर पहुंचन गया था। इसे लेकर प्रशासन ने अलर्ट भी जारी कर दिया था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने गोकुल बैराज के सभी गेट खोल दिए हैं।
गौरतलब है कि पहाड़ों पर लगातार बारिश हो रही है जिसके बाद जलस्तर बढ़ने पर 26 सितंबर को ताजेवाला बांध से दो लाख 95 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह पानी बुधवार को ओखला पार कर गया था। बृहस्पतिवार तक मथुरा के आसपास के क्षेत्रो में पहुंच कर खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया।
Mathura News: हथिनी कुंड बैराज से यमुना में छोड़े गए पानी का असर बुधवार सुबह दिखाई देने लगा था। नौहझील के गांव मरहला मुक्खा निवासी किसान अरब सिंह ठाकुर व रोहताश चौधरी ने बताया कि उनकी धान की आधी कटी फसल खेत में ही पड़ी है और यह फसल पानी में डूब गई है। गांव बसाऊ निवासी किसान चंद्रपाल निषाद ने बताया कि यमुना में पानी बढ़ने से धान व बाजरे के साथ सब्जियों की फसल भी नष्ट हो गई है।
बता दें कि मरहला मुक्खा, देदना, छिनपारई, दौलतपुर, बसाऊ, अड्डा मीणा, फिरोजपुर, भैरई, मुसमुना, नानकपुर, तिलकागढ़ी, रायपुर, खुशलागढ़ी, अनरदागढ़ी, मनीगढ़ी, नौहझील, बाघर्रा अड्डा, अड्डा मल्हान, पिथौरा आदि गांवों के किसानों की फसलें पानी में डूब गईं हैं।
ये भी पढ़े…