Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में रविवार को झूलता पुल टूट गया जिसकी वजह से पुल पर मौजूद लगभग 500 लोग नदी में गिर गए। इस हादसे में अब तक 141 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं इस हादसे में कुछ लोग जो तैरना जानते थे वो नदी में से तैरकर बाहर निकले।
Morbi Bridge Collapse: पीएम मोदी ने जताई संवेदनाए
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “मैं यहां एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों से जुड़ा हुआ है। हादसे में जिन लोगों ने जान गंवाई है मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
पीएम ने ये भी कहा कि “सरकार हर तरह से पीड़ित परिवारों के साथ है। गुजरात सरकार कल शाम से ही राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। केंद्र सरकार से गुजरात सरकार को हर संभव मदद दी जा रही है। NDRF और सेना तैनात है।”
#WATCH मैं यहां एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों से जुड़ा हुआ है। हादसे में जिन लोगों ने जान गंवाई है मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। केंद्र सरकार से गुजरात सरकार को हर संभव मदद दी जा रही है: PM#MorbiBridgeCollapse pic.twitter.com/811ermrxVE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 31, 2022
Morbi Bridge Collapse: मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “मृतकों के परिवार को जल्द सरकार की ओर से राहत मिलना चाहिए,घायलों को राहत दी जानी चाहिए। कांग्रेस पार्टी के कई नेता घटनास्थल पर पहुंचे और अशोक गहलोत भी घटनास्थल पर पहुंचे रहे हैं,हम अभी इस पर किसी तरह की राजनीति नहीं करना चाहते हैं।”
अशोक गहलोत ने हादसे की निष्पक्ष जाच की मांग की
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना पर कहा कि “यह बहुत दुखद घटना है। किस कारण से ये पुल नीचे गिरा, इस पर सरकार को निष्पक्ष जांच के आदेश देने चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध करवाया जाए।”
गुजरात सीएम पटेल ने घटना स्थल का लिया जायजा
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज सुबह मोरबी में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने तलाशी अभियान, राहत-बचाव अभियान, घायलों के इलाज सहित सभी मामलों की जानकारी ली और मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना में व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
Morbi Bridge Collapse: NDRF के DIG ऑपरेशन मोहसिन शाहिदी ने कहा कि “132 शवों को रिकवर किया गया है। 2 लोगों के लापता होने की सूचना है। NDRF की 5 टीमों को तैनात किया गया है। 2 लापता लोगों के मिल जाने के बाद संभवतः सर्च ऑपरेशन बंद किया जाएगा। कल वहां के लोगों और प्रशासन ने 170 से ज्यादा लोगों को बचाया।”
इन लोगों ने न सिर्फ तैरकर अपनी ही जान बचाई बल्कि कई और लोगों को जिन्हें तैरना नहीं आता था उनकी भी जान बचाई और इस हादसे के बाद लोगों को तैरकर नदी से बाहर आने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
#WATCH | Several people feared to be injured after a cable bridge collapsed in the Machchhu river in Gujarat's Morbi area today
PM Modi has sought urgent mobilisation of teams for rescue ops, while Gujarat CM Patel has given instructions to arrange immediate treatment of injured pic.twitter.com/VO8cvJk9TI
— ANI (@ANI) October 30, 2022
ये हादसा रविवार की शाम को लगभग सात बजे हुआ और माच्छू नदी पर नवनिर्मित केबल पुल तीन दिन पहले खोला गया था। इस हादसे के दौरान लोग पुल के ऊपर छठ की पूजा के लिए मौजूद थे और बताया जा रहा है कि अभी तीन दिन पहले ही इस झूला पुल को लोगों के लिए खोला गया था। अब सवाल ये उठता है कि पुल की मरम्मत करने वाले ठेकेदार ने किसके दबाव में इस पुल को आनन-फानन में खोला गया?
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना का आंखों देखा हाल चश्मदीद ने बयान करते हुए कहा कि यह बेहद दर्दनाक था, वहां बच्चे-महिलाएं भी थी। मैं रातभर घटनास्थल पर मौजूद रही लोगों की मदद की। मैंने अपने परिवार के सदस्यों के तरह ही मैंने लोगों की मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन दिया।
पीएम के साथ ही मुख्यमंत्री ने भी किया मुआवजे का एलान
आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ (PMNRF) से 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की और राज्य के सीएम भूपेंद्र पटेल ने भी राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने का एलान किया है।
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