Rahul Gandhi: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि ‘यह देश तपस्वियों का है, पुजारियों का नही’। राहुल के इस बयान पर हरिद्वार के साधु-संतों ने राहुल गाँधी के बयान का विरोध किया और विरोधस्वरूप उनका पुतला भी फूका। हरिद्वार के संत-समाज ने राहुल गाँधी पर जोरदार हमला करते हुए भारत छोड़ने या फिर माँफी माँगने के लिए कहा है।
Rahul Gandhi: हरिद्वार के सभी पुजारियों ने राहुल के पुजारियों वाले बयान की कड़ी निंदा की है। जिसमें युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष उज्जवल पंडित, यमुनोत्री धाम तीर्थ पुरोहित रावल अनिरुद्ध उनियाल और गंगोत्री धाम पुरोहित रजनीकांत सेमवाल शामिल हैं।
युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष उज्जवल पंडित ने निंदा व्यक्त करते हुए कहा कि “कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने तमाम भारत के पुजारियों का अपमान किया है। हम पूछना चाहते हैं कि राहुल गांधी से यह परमपराओं का देश है। क्या उनको यह नहीं दिखता है। ऐसे व्यक्ति को देश नहीं स्वीकारता है। उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए, उन्हें यहां की परंपरा मंदिर नहीं दिखती है, जैसे उन्होंने बयान दिया है और इसकी हम कड़ी निंदा करते है।”
उन्होंने आगे कहा कि “ब्राम्हण के खिलाफ, जो बयान दिया गया है वो गलत बयान दिया है। ब्राम्हण के बिना भारत चलना मुश्किल है और मैं इसका पुरजोर विरोध करता हूं।”
वहीं आचार्य संतोष त्रिवेदी पुरोहित केदारनाथ ने कहा कि “मैं राहुल गांधी को सूचित करना चाहता हूं कि भारत ‘सनातन‘ अनुयायियों का देश है और पुजारी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। मैं उनसे अनुरोध करना चाहता हूं कि पहले और पढ़ें और फिर उस पर अपने विचार रखें।”
I want to inform Rahul Gandhi that India is a country of the 'Sanatan' followers & priests are an important part. I want to request him to read more first & then keep his views on the same: Acharya Santosh Trivedi, Purohit Kedarnath, Member Kedar Sabha pic.twitter.com/704szLv8le
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 9, 2023
Rahul Gandhi: तपस्या और पूजा को लेकर भाजपा और RSS पर भी किया हमला
राहुल गाँधी ने तपस्या और पूजा को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक तपस्या का संगठन हैं। इसको आप तपस्या में लगाते हैं तो एनर्जी आती है। बीजेपी पूजा का संगठन है, उसको अगर आप पूजा में लगाएंगे तो उसमें ताकत आती हैं। पूजा दो तरह की होती हैं। एक समान होती है कि मैं भगवान की पूजा कर रहा हूँ और कुछ माँगता हूँ। आरएसएस की पूजा अलग है, वो चाहता है कि जबरदस्ती से उनकी पूजा हो।
राहुल गाँधी ने एक और विवादित बयान देते हुए कहा कि मोदी जी चाहतें कि जोर जबरदस्ती उनकी पूजा हो और देश में सब लोग उनकी पूजा करें। उसका जवाब तपस्या ही हो सकती है। इस यात्रा में कांग्रेस ही नहीं, लाखों लोग तपस्या कर रहे हैं।ये ही यात्रा का संदेश है। बीजेपी कहती है कि जो हमारी पूजा करेगा उसकी इज्जत होगी।
राहुल ने आगे कहा कि हिंदुस्तान का ऐसा किसान, मजदूर नहीं मिलेगा जो मुझसे कम चला है। मैं तपस्या की इज्जत करता हूं। ये देश तपस्या का, पुजारियों का नहीं है।
भाजपा ने भी राहुल गाँधी पर बोला जारदार हमला
दूसरी ओर इस बयान को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया। इस कड़ी में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि “राहुल गांधी ने सभी भारतीयों का अपमान किया है, जो मदिरों में प्रार्थना करने जाते हैं। तपस्वी और पुजारी एक ही चीज हैं। उन्हें हमें बताना चाहिए कि अगर वह अपनी कही बात पर विश्वास करते हैं तो वह जनेऊ पहनकर मंदिर क्यों जाते हैं। क्या वह राजनीतिक लाभ के लिए मंदिरों में जाते हैं?”
शहजाद पूनावाला : कांग्रेस में डिवाइड एंड रूल का डीएनए है और वे फिर से हिंदुओं को बांट रहे हैं
वहीं बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस कि “कांग्रेस में डिवाइड एंड रूल का डीएनए है और वे फिर से हिंदुओं को बांट रहे हैं। तपस्या का सम्मान करें लेकिन पुजारियों का अपमान क्यों करें? कांग्रेस हमेशा आस्था का उपहास उड़ाती है।”
Written By Nitisha Agarwal
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