Rajasthan: राजस्थान की सियासत में घमासान, गहलोत और पायलट गुट मे शह-मात का खेल चल रहा है। जब लग रहा था राजस्थान की सियासत में सब कुछ ठीक हो गया है। तब ही कुछ ऐसा हो जाता है कि राजस्थान की सियासत उबलने लगती है। जब लग रहा था कि सीएम गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे तो वो अपने से जुनियर नेता सचिन पायलट के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे। लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा अब राजस्थान की राजनीति पल पल नया मोड़ ले रही है। गहलोत की जगह हाईकमान सचिन पायलट को सीएम बनाना चाहती है लेकिन गहलोत बहुत मंझे हुए खिलाड़ी है और उन्होंने राजनीति की सियासत में अपनी चाल चल दी है। इस वजह से ही विधायक दल की बैठक से पहले ही गहलोत गुट के करीब 77 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पहुंचकर इस्तीफा दे दिया है। गहलोत खेमा किसी भी सूरत में सचिन पायलट को सीएम पद पर नहीं देखना चाहता। हाईकमान ने राजस्थान में चल रहे गतिरोध को खत्म करने का जिम्मा अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को सौपा है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का तंज-’भारत जोड़ो‘ में मनोरंजन कम हुआ जो अब राजस्थान में भी…
वहीं राजस्थान राजनीतिक संकट पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि ’भारत जोड़ो‘ में मनोरंजन कम हुआ अब राजस्थान में भी शुरू हो गया है। राज्य में सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है। कांग्रेस सिर्फ सत्ता का सुख भोगना चाहती हैं, जनता की सेवा नहीं करना चाहती… कांग्रेस में न दिशा है न नेता है।
विधायक दल की बैठक रद्द होने के बाद ताजा घटनाक्रम को लेकर सीएम हाउस पर बैठक हुई। बैठक में अजय माकन, मल्लिकार्जुन खड़गे, गहलोत, पायलट, रघु शर्मा और कुछ वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे। गहलोत खेमे के विधायकों को मनाने और उनकी बात सुनने पर चर्चा की गई। कांग्रेस नेता आज भी सुलह करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच राजस्थान में सचिन पायलट गुट के नेताओं ने पायलट के फेवर में माहोल बनाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में जोधपुर में विभिन्न स्थानों पर ‘सत्यमेव जयते, नए युग की तैयारी’ लिखकर कांग्रेस विधायक सचिन पायलट की तस्वीर वाले होर्डिंग्स लगाए दिए है। इसके मायने ये निकाले जा रहे है कि पायलट गुट भी आसानी हार नहीं मानने वाला है।
राजस्थान: जोधपुर में विभिन्न स्थानों पर 'सत्यमेव जयते, नए युग की तैयारी' लिखकर कांग्रेस विधायक सचिन पायलट की तस्वीर वाले होर्डिंग्स लगाए गए। pic.twitter.com/GttLrtxc6A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022
सूत्रो की माने तो गहलोत गुट ने 3 बिंदु पर सुलह का प्रस्ताव खड़गे और माकन के सामने रखा है। गहलोत गुट का कहना है कि नया सीएम सरकार बचाने वाले 102 विधायकों में से ही होना चाहिए, यानी सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए। इसके साथ ही नए सीएम की घोषणा 19 अक्टूबर को अध्यक्ष के चुनाव के बाद की जाए और गहलोत के पसंद का ही मुख्यमंत्री बनाया जाए।
वहीं अजय माकन ने कहा- हम दिल्ली नहीं जा रहे हैं। एक-एक विधायक से बात करेंगे। कोई भी बात हो आप हमें कहें। कोई फैसला नहीं हो रहा है। जो आप कहेंगे वो बात हम दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष को बताएंगे।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा- गहलोत से बात नहीं हुई, लेकिन जल्द समाधान होगा। उन्होंने कहा, न तो मैंने आज सीएम गहलोत से बात की न उन्होंने मुझे कॉल किया। मुद्दे का जल्द समाधान निकाल लिया जाएगा। माना जा रहा है कि एक बार फिर राजस्थान में विधायकों की बाड़ाबंदी हो सकती है।
इधर, मंत्री शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा रविवार रात साढ़े 10 बजे सीएम निवास पहुंचे। रात को ऑब्जर्वर से बातचीत के बाद चारों स्पीकर जोशी के बंगले पर पहुंचे। मुख्यमंत्री गहलोत, खड़गे और माकन से हुई बातचीत का ब्योरा विधायकों को दिया। विधायकों ने 19 अक्टूबर तक कांग्रेस अध्यक्ष का रिजल्ट नहीं आने तक पार्टी की बैठक में शामिल नहीं होने की बात कही है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- एवरी थिंग इज ओके
मंत्री टीकाराम जूली ने जोशी के बंगले से बाहर निकल कर कहा हम अपने घर जा रहे हैं। करीब 90 के आसपास विधायकों ने इस्तीफे दे दिए हैं। अब क्या होगा यह कांग्रेस आलाकमान तय करेगा। सोनिया गांधी से बात होगी उसके बाद ही आगे कुछ हो पाएगा।
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर: गहलोत में हिम्मत है तो सदन को भंग करने की करे सिफारिश
वहीं राजस्थान विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने राजस्थान में चल रही सियासत पर कहा कि जब पूरे मंत्री मंडल ने त्यागपत्र दे ही दिया है, तो अकेले मुख्यमंत्री क्या करेंगे। अगर उनमें हिम्मत है तो ऐसे समय में मुख्यमंत्री को मंत्री मंडल की आपात बैठक बुलाकर सदन को भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए।
जब पूरे मंत्री मंडल ने त्यागपत्र दे ही दिया है, तो अकेले मुख्यमंत्री क्या करेंगे। अगर उनमें हिम्मत है तो ऐसे समय में मुख्यमंत्री को मंत्री मंडल की आपात बैठक बुलाकर सदन को भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए: राजस्थान विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर, जयपुर pic.twitter.com/p9LHvH4IRi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022
मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा- बैठक में यही तय हुआ है कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव होने तक कुछ नहीं होगा ।आगे पार्टी आलाकमान तय करेगी। माना जा रहा है कि 19 अक्टूबर तक कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के परिणाम आने के बाद अब बैठक होगी। उसके बाद फिर कांग्रेस विधायक दिल्ली जा सकते हैं। दिल्ली में सोनिया गांधी से सभी विधायक मुलाकात करेंगे।
वहीं सचिन पायलट, उनके समर्थक एमएलए और कुछ अन्य विधायक विधायक दल की बैठक के लिए सीएम हाउस पहुंच गए थे। इसके पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश प्रभारी अजय माकन और ऑब्जर्वर मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने होटल पहुंचे। छोटी सी मीटिंग के बाद तीनों सीएम हाउस पहुंचे। लेकिन कई विधायकों के नहीं पहुंचने से बैठक रद्द हो गई थी।
हाई कमान राजस्थान में चल रहे सियासी ड्रामे पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। अजय माकन और खड़गे से पल-पल की अपडेटस ले रहे है और सोनिया गाँधी को उम्मीद है कि वो (माकन और खड़गे) राजस्थान की सियासत में चल रही इस अस्थिरता को जल्द ही समाप्त कर देंगे और सबकुछ सामान्य हो जाएगा। कहा भी यहीं जाता है कि उम्मीद पर दुनिया कायम है।
ये भी पढ़े…