RSS: सनातन धर्म को लेकर चल रही तरह-तरह की बहस के बीच राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सह सर कार्यवाह ने ‘घर वापसी’ पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां मजबूरी में गो मांस खाने वालों के लिए भी दरवाजे बंद नहीं कर सकते। हम उनकी अभी भी घर वापसी करा सकते हैं।संघ की ओर से आए इस बयान ने देश में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होस बोले ने कहा- "किसी ने मजबूरी में गौ मांस ही क्यों न खाया हो, किसी कारण से वे चले गए तो दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं। भारत में रहने वाले सभी हिंदू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे।" #RSS @DattaHosabale pic.twitter.com/T2TTDLFHHA
— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) February 2, 2023
जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में बुधवार(1 फरवरी,2023) को आयोजित ‘आरएसएस कल, आज और कल’ विषय पर व्याख्यान में बोलते हुए दत्तात्रेय होसवाले ने कहा कि जिनके पूर्वज हिंदू हैं, वे सब हिन्दु हैं। वो आज कौनसे पूजा पाठ करते हैं या उनके क्या अभिमत हैं, वो हमारे विचार नहीं है। जो स्वंय को हिंदू मानता है, वो भी हिंदू है। अगर किसी ने मजबूरी में गो मांस खा लिया है और वो चले गए हैं तो उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। आज भी उनकी घर वापसी हो सकती है।
संघ न वामपंथी न दक्षिणपंथी सिर्फ राष्ट्रवादी संगठन
दत्तात्रेय ने अपने संबोधन में आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ना तो वामपंथी है और ना ही दक्षिणपंथी। संघ एक राष्ट्रवादी है। इसलिए भारत के सभी मतों और संप्रदायों को एक मानता है। हम सभी के सामूहिक प्रयासों से ही भारत विश्व गुरू बनेगा और दुनिया का नेतृत्व करेगा। संघ ने हर दर्द सहा है और कहा कि एंजॉय द पेन। आज राष्ट्र जीवन के केन्द्र बिन्दु पर संघ है। संघ व्यक्ति और समाज का निर्माण करता है। समाज के लोगों को जोड़कर समाज के लिए आगे भी कार्य करता रहेगा।
एक लाख से अधिक सेवा कार्य कर रहा संघ
RSS: दत्तात्रेय ने कहा कि आज एक लाख से ज्यादा सेवा कार्य संघ की ओर से किए जा रहे हैं। संघ एक जीवन पद्धति और कार्य पद्धति है, एक जीवन शैली है और संघ आज एक आन्दोलन बन गया है। स्वयंसेवकों के परिश्रम से संघ दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है। संघ से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के संगठन प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि पहले 600 से अधिक जनजातियां कहती थी कि हम अलग हैं। भारत विरोधी ताकतों ने उन्हे उकसाने का काम किया ।गोलवरकर ने कहा कि वह हिंदू है।उनके लिए दरवाजे बंद नहीं है। वह घर आ सकते हैं। उन्हे घर वापसी हम करवा सकते हैं।
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