Shillong: बेरोजगारी के मुद्दे पर निकाली रैली में FKJGP के कार्यकर्ताओं ने की हिंसा, कई लोग घायल, मीडियाकर्मियों पर भी किया हमला

Shillong

Shillong: मेघालय की राजधानी शिलांग में एफकेजेजीपी (FKJGP) के कार्यकर्ताओं नें लंबे समय से रिक्त पदों को भरने की मांग कर रहे है और इसी क्रम में गत शुक्रवार 28 अक्टूबर को एफकेजेजीपी ने शिलांग शहर में बेरोजगारी के खिलाफ रैली का आयोजन किया था। और कुछ देर बाद ही रैली में एफकेजेजीपी के कार्यकर्ताओं ने हिंसा करनी शुरू कर दी। आने जाने वाले राहगीरों के साथ ही रैली कवर करने आए पत्रकारों पर भी हमला कर दिया। रैली को दौरान जो भी मिला उसको डंडों के साथ ही लात-घूसों से पीटा गया।

Shillong: इस दौरान वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया और कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए और उसमें एक स्थानीय समाचार पत्र का वीडियो पत्रकार भी शामिल है। इस खबर की तस्दीक खुद वहां तैनात पुलिस अधिकारी ने की है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने घटना का गंभीरता को देखते हुए मामले में दोषियों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए है।

हालांकि बेरोजगारी रैली का आयोजन करने वाले फेडरेशन ऑफ खासी जयंतिया एंड गारो पीपल (FKJGP) के अध्यक्ष डंडी खोंगसिट ने हिंसा पर खेद व्यक्त किया है और साथ ही उन्होंने मीडियाकर्मी पर हमले के लिए माफी मांगी है।

Shillong: FKJGP अध्यक्ष खोंगसिट  ने कहा कि “मैं दुखी हूं और मैं एक मीडियाकर्मी पर हुए हिंसक हमले के लिए माफी मांगता हूं। आज हमारी ताकत और शक्ति दिखाने का समय नहीं है। लेकिन, अगर सरकार युवाओं के मुद्दों का समाधान नहीं करती है, तो इसे शुरुआत समझा जा सकता है।”

Shillong: ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक (शहर) विवेक सैयम ने कहा, शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में दो मामले दर्ज किए गए हैं और साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि रैली पुलिस की मौजूदगी में निकाली जा रही थी। लेकिन फिर एफकेजेजीपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने शहर के खिंडैलाड जंक्शन और धनकेटी इलाके में राहगीरों और रैली को कवर करने आए मीडियाकरामियों पर भी हमला करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते हिंसा ने विकराल रूप ले लिया इसके मद्देनज़र पुलिस ने रैली के मार्ग में पड़ने वालीं कई दुकानों को भी बंद करने का आदेश देना पड़ा था।

इससे पहले राज्य के पूर्वी खासी हिल्स के शेला के इचामती गांव में केएसयू और गैरआदिवासियों के बीच हुई झड़प में एक खासी युवक की मौत हो गई थी। राज्य में दो दिनों तक हुई हिंसक घटनाओं की मनावाधिकार संगठनों ने कड़ी निंदा की है। सिविल सोसाइटी महिला संगठन (CSWO) की अध्यक्ष एग्नेस खर्शिंग ने शिलांग और शेला में हुई हिंसा की घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

ये भी पढ़ें…

Kamal Kishore: फिल्म प्रोडयूसर कमल किशोर पर पत्नी यास्मीन ने लगाए गंभीर आरोप,कहा- “4 निकाह करने के लिए अपना खतना तक करवाया”
PM Modi: मोदी के मुरीद हुए राष्ट्रपति पुतिन, कहा- ‘मोदी है सच्चे देशभक्त’..

By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।