Supreme Court: हेट स्पीच मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिन(शुक्रवार, 13 जनवरी, 2022) सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही सुदर्शन न्यूज के संपादक सुरेश चव्हाणके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई न करने पर भी सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने दो सप्ताह के भीतर दिल्ली पुलिस को मामले में प्रगति रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। वहीं सुरेश चव्हाणके ने सुप्रीम कोर्ट पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस सुनवाई को ज्यूडिशियल लिंचिंग करार दिया है।
मेरी गिरफ़्तारी के लिए #SupremeCourtofIndia द्वारा पुलिस पर बना दबाव मेरी #JudicialLynching है
कोर्ट देखे कि इसकी आड़ में अल जजीरा, ज़ाकिर नाईक व कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों की साजिश तो कार्यान्वित नहीं हो रही?
मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज की #HinduRashtra की शपथ ली,उस पर अटल हूँ https://t.co/WEPin8ULwY
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) January 13, 2023
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई ने दौरान चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज से पूछा ‘जांच में अभी तक आप लोग क्या कर रहे हैं? घटना 19 दिसंबर 2021 की है, एफआईआर दर्ज करने में 5 महीने का वक्त क्यों लगाया गया। कोर्ट ने पूछा कि आपको FIR दर्ज करने के लिए 5 महीने का वक्त क्यों चाहिए’? इस पर जवाब देते हुए ASG ने कहा कि देरी जानबूझकर नहीं की गई थी, क्योंकि पुलिस मामले का वेरिफिकेशन कर रही थी।
CJI ने आगे पूछा, “अब मई 2021 के बाद मामले में आपने क्या कदम उठाए हैं? आपने क्या किया है? आपने कितने लोगों की गिरफ्तारियां की हैं? आपने क्या जांच की है? कितने लोगों की जांच की गई है?” आगे पूछा, “मुकदमा दर्ज हुए 8 महीने हो गए अभी तक क्या प्रगति हुई है?
चव्हाणके ने सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई को बताया ज्यूडिशियल लिंचिंग
Supreme Court: वहीं सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर सुरेश चव्हाणके ने कहा है कि मेरी गिरफ़्तारी और सुदर्शन चैनल को बंद करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का दुरुपयोग किया जा रहा है? करोड़ों लंबित मामलों को छोड़कर मेरे विरूद्ध दो-दो सुनवाई एक ही दिन में हुई हैं, जिसमें मुझे नोटिस देकर पक्ष रखने के लिए अवसर तक नहीं दिया गया। इतना ही नहीं सुरेश चव्हाणके ने आगे कहा कि मेरी गिरफ़्तारी के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुलिस पर जो दबाव बनाया जा रहा है वह मेरी ज्यूडिशियल लिंचिंग है।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के पीछे सुरेश चव्हाण के ने आशंका जताई है कि कहीं इसकी आड़ में अल जजीरा, ज़ाकिर नाईक व कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों का तो हाछ नहीं इसकी भी कोर्ट जांच करे। वहीं सुरेश चव्हाणके ने अपनी शपथ को दोहराते हुए कहा है कि मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज की हिंदू राष्ट्र की शपथ ली है मैंं उस पर अटल हूं।
आपको बता दें कि दिल्ली में 19 दिसंबर, 2021 में आयोजित हिंदू युवा वाहिनी के सम्मेलन में सुदर्शन न्यूज के संपादक सुरेश चव्हाणके ने हिस्सा लिया था। यहां चव्हाणके ने लोगों को सम्बोधित करते हुए हिंदू राष्ट्र की शपथ दिलाई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पांच महीने बाद हेट स्पीट को लेकर मुकदमा दर्ज किया था। गौरतलब है कि चव्हाणके अपने कार्यक्रम बिंदास बोल में समय-समय पर UPSC जिहाद(नौकरशाही में मुसलमानों की साजिशन घुसपैठ) को लेकर मुद्दा उठाते रहे हैं।