Uttar Pradesh: आज सोमवार 19 सितंबर से विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। इसी क्रम में रोजगारी, महंगाई, महिलाओं के प्रति अपराधों और कानून व्यवस्था की बदहाली समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा तक पैदल मार्च निकाला।
Uttar Pradesh: सपा के मार्च को लेकर सपा मुख्यालय के बाहर भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया था और कुछ देर बाद पुलिस ने मार्च को रोक भी दिया।मार्च रोकने पर अखिलेश धरने पर बैठ गए औरमंहगाई पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि कभी सोचा नहीं था दूध पर भी GST लेगेगा।
उन्होंने साथ ही कहा, “महँगाई, बेरोज़गारी,बदहाल कानून-व्यवस्था और किसान, महिला व युवा उत्पीड़न जैसे जनहित के मुद्दों पर सपा के ‘पैदल मार्च’ के मार्ग में बाधा बनकर भाजपा सरकार साबित कर रही है कि वह जन आक्रोश से डरकर कितना असुरक्षित महसूस कर रही है। सत्ता जितनी कमज़ोर होती है, दमन उतना ही अधिक बढ़ता है।”
Uttar Pradesh: लखनऊ के ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर पीयूष मोर्डिया ने समाजवादी पार्टी की पैदल यात्रा को लेकर कहा “पैदल यात्रा की जानकारी मिली थी। इसके लिए पूर्वानुमति नहीं मांगी गई थी। हमने उनको एक मार्ग निर्धारित करके दिया था जिससे यातायात और अन्य परेशानी नहीं होती। उन्होंने यह नहीं माना। हमारे पास उनको रोकने के अलावा कोई अन्य उपाय नहीं था।”
Uttar Pradesh: वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 25 करोड़ लोगों के हितों के लिए डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव के कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को शासन की योजानाओं का लाभ पहुंचा रही है। विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए भी यहां अभाव और अराजकता के लिए जगह नहीं है।
वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य ने पैदल यात्रा को लेकर समाजवादी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा “समाजवादी पार्टी जिसे मार्च का नाम देकर विरोध प्रदर्शन कर रही है वो जनता के हितों से जुड़ा हुआ है ही नहीं। अगर उन्हें जनता से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा करनी है तो सदन में करनी चाहिए, जो कार्यवाही का हिस्सा बने। सरकार चर्चा के लिए तैयार है।”
इससे पहले पैदल यात्रा को लेकर सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने रविवार को बताया था कि पैदल मार्च में शामिल विधायकों और विधान परिषद सदस्य के हाथों में तख्तियां होंगी जिसमें बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं के शोषण, कानून व्यवस्था की बदहाली, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गड़बड़ी, बिजली संकट, किसानों नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय से जुड़े मुद्दों का उल्लेख होगा।
उन्होंने साथ ये भी कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं से पूरा प्रदेश सिहर उठा है।
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