Yogi Adityanath in Vidhansabha: मानसून विधानसभा सत्र का तीसरा दिन, सीएम ने कहा ‘आधी आबादी की वजह से ही विकास संभव’

Cm Yogi Adityanath In Vidhansabha
Yogi Adityanath in Vidhansabha: यूपी में विधनासभा मानसून सत्र शुरू हो गया है और सीएम योगी विधानसभा को संबोधित करते हुए कह रहे है कि ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ में नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन सर्वोपरि हैं। मिशन शक्ति, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, सरकारी नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी जैसे अनेक युगांतरकारी प्रयासों ने नारी शक्ति के समग्र सशक्तिकरण को नए आयाम प्रदान किए हैं।

उन्होंने ये भी कहा कि विधान सभा के वर्तमान मानसून सत्र में आज प्रदेश के दोनों विधायी सदन महिला सदस्यों को समर्पित होंगे। देश के संवैधानिक इतिहास में संभवतः ऐसा पहली बार हो रहा है। आज ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ में एक नए युग का सूत्रपात हो रहा है।

Yogi Adityanath in Vidhansabha: योगी ने ये भी कहा कि प्रदेश की आधी आबादी अपनी पूरी सामर्थ्य से प्रदेश के विकास में सहयोग दे रही है, इसके लिए डबल इंजन की भाजपा सरकार निरंतर प्रयत्नशील है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि आज दिन महिलाओं के लिए समर्पित है। विधानसभा सदस्यों से अनुरोध किया कि महिला सदस्य अपनी समस्याओं को और अपनी क्षेत्र की समस्या को सदन से साझा करे। सीएम ने विधानसभा के पुरूष सदस्यों से कहा कि आप भी गंभीरता से महिलाओं की बातों को सुने।
वहीं सीएम योगी ने विपक्ष के नेता अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष पूर्व में मुख्यमंत्री रह चुके हैं, प्रतिपक्ष में सबसे बड़े दल के नेता भी हैं। आग्रह है कि सदन में सच बोलने की आदत डाल लें। हालांकि, ‘समाजवादी और सच, नदी के दो किनारे हैं, कभी एक साथ नहीं रहेंगे।’
Yogi Adityanath in Vidhansabha: वहीं विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने सदन मेें महिलाओं को लेकर कहा कि पुलिस में भर्ती अभियान चालाना चाहिए और साथ ही कहा कि शिकायत हेल्पलाइन पर महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुनकर उनका निवारण करना चाहिए।
Yogi Adityanath in Vidhansabha: इससे पहले सदन में अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान तो भाजपा ने कहा था कि वो उप्र के किसानों को मुफ़्त बिजली देगी पर आज जब सदन में हमारी तरफ़ से ये सवाल उठाया गया तो मंत्री जी ने कहा कि किसानो को ‘फ़्री बिजली’ नहीं दी जा सकती मतलब ये भी ‘चुनावी जुमला’ साबित हुआ। किसान अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल क्यों है? एंबुलेंस गाँवों में क्यों नहीं पहुँच पा रही है? स्ट्रेचर तक के लिए घूस मांगने की हिम्मत के पीछे कौन है?
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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।