leena manimekalai: दिल्ली पुलिस की IFSO इकाई ने ‘काली’ फिल्म से संबंधित एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में IPC की धारा 153A और 295A के तहत फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की हैं।
दिल्ली पुलिस की IFSO इकाई ने 'काली' फिल्म से संबंधित एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में IPC की धारा 153A और 295A के तहत प्राथमिकी दर्ज की: दिल्ली पुलिस
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 5, 2022
leena manimekalai: आप को बता दें कि विवादित काली फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलई की डाॅक्यूनेंट्री पोस्टर को रिलीज करते ही सोशल मीडिया पर विवाद हो गया। सोशल मीडिया पर लोग काली फिल्म की निर्माता लीना पर हिंदू धर्म की भावनाओं का आहत करने का आरोप लगाया है।
सोशल माडिया पर लोग पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए काली फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करने की माँग कर रहे है।फिल्म के पोस्टर में काली माता को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है और वहीं एक हाथ में वो LGBTQ का झंडा ली हुई हैं।
गौरतलब है कि लीना मणिमेकलई ने 2 जुलाई की शाम को विवादित काली फिल्म पोस्टर को अपने अधिकारिक ट्विटल हैंडल पर शेयर किया था। पोस्टर को शेयर करते हुए लीना ने लिखा था कि’’ मैं इस पोस्टर को शेयर करते हुए बहुत एक्साइडेट हूं क्योंकि मेरी ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म ”काली” कनाडा फिल्म फेस्टिवट में लॉन्च हुई है।”
लीना ने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर विवादित काली फिल्म के पोस्टर को लेकर कहा कि “इन लोगों का आस्था से कोई लेना–देना नहीं है। उनका ईंधन नफरत है।“
"These people have nothing to do with faith. Their fuel is hate," #LeenaManimekalai, who is at the centre of a controversy over the poster of her documentary, #Kaali, told The Quint.https://t.co/9IWBPHCbp1
— The Quint (@TheQuint) July 4, 2022
बता दें कि लीना मणिमेकलई अपनी आगामी वृत्तचित्र के पोस्टर के विवाद के बारे में बोलते हुए कहा कि “मेरे लिए काली शक्ति, स्वतंत्रता और सच्चाई का वास है। वह एक अडिग आत्मा है।“
सोशल मीडिया पर आलोचना झेलने के बाद लीना ने इंस्टाग्राम पर कमेंट सेक्शन को ही ब्लॉक कर दिया। तमिल में उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, “फिल्म उन घटनाओं के इर्द–गिर्द घूमती है, जब एक शाम काली प्रक्रट होती है और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं।” उन्होंने कहा है कि फिल्म को नफरत के लिए नहीं बल्कि प्यार के लिए देखें।
इससे पहले भी हिंदुओं की आस्था को आहत करने की भरपूर कोशिश बॉलीवुड ने की है और समय-समय पर करता भी रहता है। सोशल मीडिया पर आलोचना झेलने के बाद लीना ने अपने इंस्टाग्राम पर लीना मणिमेकलई ने कमेंट सेक्शन को ब्लॉक कर दिया है।
तमिल में उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, “फिल्म उन घटनाओं के इर्द–गिर्द घूमती है, जब एक शाम काली प्रक्रट होती है और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं।” उन्होंने कहा है कि फिल्म को नफरत के लिए नहीं बल्कि प्यार के लिए देखें।
अभी हाल ही में रणवीर कपूर और आलिया भट्ट की फिल्म ब्रह्मास्त्र का ट्रेलर रिलीज हुआ था, जिसे देखकर भी सोशल मीडिया पर जमकर विवाद हुआ था।सोशल मीडिया पर भड़कते हुए लोगों ने ब्रह्मास्त्र की स्टारकास्ट और निर्माता को जमकर कोसते हुए कहा था कि ये तो सब्र की इंतेहा हो गयी है।बॅालिवुड में जानबूभकर ऐसी फिल्में बनाई जाती है जिससे हमारी हिंदुओं की आस्था को ठेस पहँचाई जा सके।
ब्रह्मास्त्र में अभिनेता को मंदिर के अंदर जूते पहनकर जाते हुए दिखाया गया है। वहीं 2021 में आई सैफ अली खान–स्टारर वेब सीरिज ‘तांडव‘ ने कथित तौर पर हिंदू देवताओं के बारे में आपत्तिजनक चीजें दिखाई थीं।
आमिर खान की पीके में भी हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ किया गया था। इस फिल्म मे भगवान शंकर बने हुए पात्र का मजाक उड़ाया गया था। सनी देओल अभनीत ‘अस्सी घाट’ में भी हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ किया गया था। हिंदू देवी– देवताओं का उपहास उड़ाया गया था।
सोचने वाली बात ये है कि केवल बॅालिवुड में हिदुओं की आस्था को ठेस पहँचाने के लिए ही क्यों फिल्में बनाई जाती हैं और किसी भी धर्म खासकर इस्लाम को लेकर मजाक उड़ाने की हिम्मत क्यों नही होती क्योंकि हिंदू अपनी भावनाओं को ठेस पहँचाने पर केवल आलोचना करके ही रह जाता है।