Morbi accident: RSS ने झोंकी ताकत, हादसे के बाद असहायों का सहारा बने संघ कार्यकर्ता

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Morbi accident: मोरबी हादसे में मारे गये लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ने पर है। प्रशासन के चल रहे रेस्कयू में अब तक करीब 141 मृत लोगों को निकाल लिया है। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में आगामी कार्यक्रम रोड़ शो आदि को स्थगित कर दिया गया है। साथ ही मोदी ने हाई लेवल की मीटिंग बुलाई है। मोदी कल पीड़ित परिवारों से मिलने मोरबी पहुंचेंगे।

गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज के गिरने से करीब 141 लोगों की मौत हो गई। भारतीय नौसेना के 50 जवानों के साथ NDRF के 3 दस्ते, भारतीय वायुसेना के 30 जवान, फायर ब्रिगेड की 7 टीमें और अन्य रेस्क्यू मोर्चा संभाले हुए हैं। इसी बीच हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) के कार्यकर्ता अपनी पूरी ताकत के साथ पूर्ण गणवेश में बेसहारों का सहारा बन पहुंचे हैं। संघ ने अपनी पूरी ताकत राहत कार्य में झोंक दी है। लाशों को उनके ठिकानों तक पहुंचाने व घायलों को अस्पताल कर पहुंचाने में पूरा सहयोग कर रहे हैं।

1979 में आई बाढ़ से मोरबी में मरे लोगों का भी तब संघ ही बना था सहारा

बात अगस्त 1979 ई. की है, जब इसी मच्छु नदी पर बने बाँध के टूट जाने के कारण मोरबी में बहुत भयंकर बाढ़ आई थी। जिस बाढ़ में हजारों घर उजड़े थे। जिसमें अनगिनत लोगों की जान चली गई थी। सड़े-गले शवों को जब कोई हाथ नहीं लगा रहा था। तब भी हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक ही आगे आए थे और मुँह पर कपड़ा बांध कर, लाशों को उठाकर अंतिम संस्कार आदि किया था।

क्या है पूरी घटना?

Morbi accident: गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज के गिरने से करीब 141 लोगों की मौत हो गई। हादसे में कई मासूम बच्चों की भी जान चली गई। तो वहीं युवा व बुजुर्गों को भी इस हत्यारे ब्रिज ने अपना निवाला बना लिया। नदी में तैरती लाशों का वो खौफनाक मंजर देख चश्मदीदों की रूह कांप गई। अपनों की तलाश में लोगों की आंखें फटी हुई हैं। प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा हुआ है।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।