Morbi Accident: पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के मोरबी पहुंचे हैं। जहां केबल ब्रिज हादसे में करीब 136 लोगों की मौत हो गई। मोरबी पहुंचने पर पीएम मोदी ने सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ घटनास्थल का जायजा लिया तो उसके बाद सिविल अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और उनका दर्द जाना। पीएम ने बचाव अभियान में जुटे सुरक्षा और राहत कर्मियों से भी मुलाकात की है।
आपको बता दें, कि गुजरात सरकार के मुताबिक 17 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। 2 लोग अभी भी लापता हैं। सर्च और रेस्क्यू अभियान जारी है. सरकार के मुताबिक, 134 मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जा चुकी है। मरने वालों में से एक पश्चिम बंगाल का है। ऐसे में कागजी कार्रवाई जारी है। मोरबी हादसे को लेकर गुजरात सरकार ने 2 नवंबर को राजकीय शोक का ऐलान किया है।
Morbi Accident: पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ये ऐलान किया। इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव, डीजीपी समेत तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे। भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर कहा, पीएम मोदी की अध्यक्षता में गांधीनगर में राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में मोरबी पुल हादसे में मृतकों के लिए 2 नवंबर को गुजरात में राजकीय शोक मनाने का फैसला किया गया। राजकीय शोक के चलते सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह या अन्य कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
रविवार शाम 6:30 बजे हुआ था हादसा
Morbi Accident: गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब 6:30 बजे मच्छु नदी पर बना पुल टूट गया था। जब यह हादसा हुआ, उस वक्त पुल पर करीब 300-400 लोग मौजूद थे। हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो गई। रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है। इस हादसे के बाद प्रशासन और ब्रिज का मैनेजमेंट करने वाली कंपनी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुल की क्षमता सिर्फ 100 थी, जबकि हादसे के वक्त पुल पर 300-400 लोग थे। भारी भीड़ के चलते पुल टूट गया।