PFI Ban: बिहार के पटना में गत बुधवार 13 जून को पीएफआई संगठन समर्थित दो आतंकियों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 15 जुलाई को भी PFI के और एक आतंकी को गिरफ्तार कर लिया हैं और अब जांच में बिहार ATS ने खुलासा करते हुए कहा है कि PFI के आतंकी बिहार और देश के अंदर दंगे भाड़काने की साजिश रच रहे थे।
PFI Ban: बिहार ATS ने पकड़े गए आतंकियो से पूछताछ की तो उनको जो जनकारी मिली उससे ATS के अघिकारी सकते में आ गए कि कैसे ये आतंकी बिहार और देश को दहलाने की साजिश रच रहे थे। आतंकियों ने जांच के दौरान बताया कि पहले बिहार की राजधानी पटना को बाद में पूरे बिहार को और उसके बाद देश को दहलाने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया था।
PFI Ban: आतंकियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो बना कर कट्टर मुसलमानों के ग्रुपों में सर्कुलेट करने की योजना थी। उनसे वीडियो में पूछा जा रहा था कि कब बनोगे तुम असली मुसलमान… कब खौलेगा तुम्हारा खून… कब तक सोते रहोगे… नूपुर शर्मा जैसे हमारे नवी की शान में गिस्ताखी किए जा रहे है। उठो और बदला लो…
PFI की साजिश इतनी फुलप्रूफ थी कि वो कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहते थे। PFI के आतंकियों ने भड़काऊ पैंपलेट्स भी बनवाए थे जिससे कट्टर मुसलमानों के ब्रेनवास किया जा सके। इन पैंपलेट्स में लिखा होता था– ‘शर्म करो डूब मरो, शर्म करो डूब मरो… गोश्त खाकर मुसलमान बनने वाले फुलवारी शरीफ के आवाम असली मुसलमान कब बनोगे? नबी की शान पर कब बोलोगे? सारी दुनिया के मुसलमान आवाज उठा रही हैं। तुम कब उठाओगे? क्या यूहीं मुर्दा बने रहोगे? याद रखना कल कयामत में अल्लाह ताला तुमसे सवाल कर बैठे तो क्या जवाब दोगे और क्या मुंह दिखाओगे अपने रब को?…
कुछ ऐसे भड़काऊ संदेश भेजकर PFI के आतंकी बिहार का और देश का सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रचना चाहते थे। सूत्रों की मानें तो मई के महीने से ही इस साजिश की शुरूआत हो गई थी। पुलिस को भी इस साजिश की भनक लग गई थी, बावजूद इसके मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं की गई और न ही पुलिस ने साजिश में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए जांच तेज कर दी थी।
ये SDPI और PFI की आड़ में लोगों को कट्टरपंथी बना रहे थे, मार्शल आर्ट सिखाने के बहाने हथियारों का प्रशिक्षण दे रहे थे: मनीष कुमार SSP फुलवारीशरीफ, बिहार
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2022
पुलिस के आला अधिकारी एसे संवेदनशील व्हाट्सएप ग्रुपों पर लगातार नजर बनाए हुए थे। बिहार ATS के अधिकारी भी लगातार PFI के आतंकियों तक पहुंचने को कोशिश कर रहे थे। PFI के आतंकियों के द्वारा लगातार भड़काऊ संदेश भेजे जा रहे थे जिनको अधिकारी पढ़ रहे थे और सोच रहे थे की ये योजना अगर समय रहते नहीं रोक पाते तो उसका अंजाम कितना भयानक होता।
बता दें कि PFI की देश विरोधी साजिश का खुलासा होने के बाद देश के लोगों में काफी रोष व्याप्त है और वो माँग कर रहे है कि PFI को संपूर्ण बैन कर देना चाहिए। PFI से जुड़े हुए आतंकियों और उनसे सहानुभूति रखने वाले लोगों से सख्ती से निबटा जाना चाहिए। इनको ऐसी सजा मिलनी चाहिए जिससे इनकी सात पुश्तें भी ऐसी घिनौनी साजिश रखने से पहले सौ बार सौचें…
PFI Ban: 2047 तक PFI बनाना चाहती थी इस्लामिक राष्ट्र
बता दें कि बिहार पुलिस ने PFI के तीनों आतंकियों से राष्ट्रविरोधी दस्तावेज बरामद किए है, जिसमें PFI की देश विरोधी साजिश का खुलासा हुआ है। उसमे लिखा है ईंशाल्लाह साल 2047 तक भारत में इस्लामिक होगा। बरामद दस्तावेज सात पेजों का हैं उसमें शीर्षक है…India 2047, Towards Rule of Islam in India…
दस्तावेज मिलने से भारत की खुफिया ऐजेसिंया के कान खड़े हो गए हैं। वो इन दस्तावोजों को खंगालने में लगी हुई है। PFI के दस्तावेजों से ये पता चलता है कि PFI भारत में 1947 के बंटवारे के भयानक मंजर को फिर से जीना चाहता है।जब इस्लामिक कट्टरपंथ सोच रखने वालों ने भारत को दो भागों में बांट दिया था। भारत को तोड़कर पाकिस्तान बनाने में मोहम्मद अली जिन्ना का अहम रोल रहा था।
PFI के दस्तावेजों से उसकी शैतानी चालों का भी खुलासा होता है कि कैसे 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाना चाहती है। जिसमें केवल शरियत का ही कानून चलेगा।
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