Pryagraj Hinsa: बीजेपी की प्रवक्ता नुपुर शर्मा को भाजपा ने प्रवक्ता के पद से निलंबित कर दिया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। उसके बाद से ही देश और विदेश में जमकर रजनीति हो रही हैं।
कांग्रेस से लेकर AIMIM तक नुपुर शर्मा के बयान पर जमकर राजनीति कर रही है। राजनीति तक तो ठीक था कि नेता है तो राजनीति करेंगे ही। लेकिन, नुपुर शर्मा के विवादित बयान पर विशेष संप्रदाय के लोगों ने हिंसा का रास्ता चुन लिया।
यूपी से लेकर दिल्ली तक, बंगाल से लेकर रांची तक जमकर पत्थरबाजी कर रहे थे और तब सीएम योगी ने हिंसा के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के अवैध तीन मंजिला मकान पर बुलडोजर चलाया दिया।
Pryagraj Hinsa: अब यूपी पुलिस फुल एक्शन में नजर आ रही है। प्रयागराज हिंसा में पुलिस को 5000 से ज्यादा दंगाइयों की पुलिस को तलाश है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और तस्वीरों की सहायता से दंगाइयों को पहचानने की कोशिश कर रही है।
आप को बता दें कि अब तक प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने 92 से ज्यादा दंगाइयों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। लेकिन, अभी भी पुलिस को 5 हजार से ज्यादा दंगाइयों को तलाश करने के लिए अब दंगाइयों के पोस्टर शहर में लगाने की तैयारी कर रही हैं।
Pryagraj Hinsa: प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद का घर तोड़ दिया तब उसकी बेटी ने इस कार्यवाही को गलत करार दिया और उसकी पत्नी परवीन फातिमा ने हाईकोर्ट में पिटीशन दाखिल कर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी है।
Pryagraj Hinsa: परवीन फातिमा का कहना है कि घर उनके नाम पर था। ये मकान उनके पिता ने उन्हें शादी से पहले गिफ्ट में दिया था, जिसमें जावेद का मालिकाना हक नहीं है। फिर भी उनको नोटिस दिया गया। प्रशासन ने इस मकान को ध्वस्त करा दिया। पूरे मामले में विकास प्राधिकरण ने इस मकान को बनाने के लिए नक्शा पास नहीं कराने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि हिंसा मामले में अब तक 337 लोग गिरफ़्तार हुए हैं। आगे इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए सभी फील्ड के अधिकारियों को यह निर्देषित किया गया है कि धर्मगुरूओं और शांतिप्रिय लोगों के साथ चर्चा कर समझाया जाए कि…
उन्होंने आगे कहा कि जिस कारण प्रदर्शन हो रहा है उसका यूपी से कोई संबंध नहीं है और मामले में कोर्ट में कार्रवाई चल रही है। अगर किसी को अपना पत्रक देना हो तो ज़िले के अधिकारी को दे सकता है. लेकिन उसकी आड़ में भीड़ एकत्रित कर पुलिस पर पथराव करना अनुमान्य नहीं है।
जिस कारण प्रदर्शन हो रहा है उसका यूपी से कोई संबंध नहीं है और मामले में कोर्ट में कार्रवाई चल रही है। अगर किसी को अपना पत्रक देना हो तो ज़िले के अधिकारी को दे सकता है. लेकिन उसकी आड़ में भीड़ एकत्रित कर पुलिस पर पथराव करना अनुमान्य नहीं है: प्रशांत कुमार, ADG (क़ानून-व्यवस्था)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2022
IG प्रयागराज रेंज डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि प्रयागराज हिंसा में कई स्थानीय लोगों के घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है। लोग खुद थाने जाकर FIR दर्ज करवा सकते हैं। उपद्रवियों से नुकसान की भरपाई कराई जाएगी। प्रयागराज के करेली और खुल्दाबाद थानों में अब तक 5 FRI दर्ज हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्रयोगराज हिंसा मामले में 92 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। अटाला मस्जिद के इमाम सहित 67 आरोपियों को भी जेल भेजा जा चुका है।
गौरतलब है कि शुक्रवार 10 जून को नमाज के बाद प्रयागराज के अटाला इलाके में हुई हिंसा का मुख्य आरोपी जावेद अहमद गिरफ्तार किया जा चुका है। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि उपद्रव करने के आरोप में खुल्दाबाद थाना में 29 गंभीर धाराओं में 70 नामजद और 5000 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। उन्होंने आगे बताया कि मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप हिंसा फैलाने का मुख्य आरोपी है, जिसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, उन्होंने बताया कि जावेद के मोबाइल फोन में 10 जून को भारत बंद से जुड़ी और लोगों भड़काने वाली सामग्री मिली है।