Rajasthan: जिस स्थान को शिक्षा का मंदिर कहा गया हो, शिक्षक को ईश्वर से बढ़कर माना हो। वहां ऐसी गंदी हरकत हो तो शिक्षा व्यवस्था पर तमाम सवाल खड़े होते हैं और विचार करने वाली बातक है, कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को कौन सी दिशा में बढ़ा रहे हैं। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर चूरू के जिला कलेक्टर को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया था।
बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ के लिए जिलाधिकारी हुए थे सम्मानित
Rajasthan: बेटियों को बचाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए जिले के डीएम को भले ही सम्मानित किया गया हो, लेकिन एक घटना ने महिलाओं की स्थिति के बारे में सबकुछ स्पष्ट कर दिया है। जिले के ही एक सरकारी स्कूल में महिला टीचर की चौंकाने वाली दास्तान ने सभी को हैरान कर दिया है। सरकारी विधवा शिक्षिका को स्कूल में ही यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्हें न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं प्रधानाचार्य ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
क्या है पूरा मामला?
Rajasthan: जिला चूरू की राजगढ़ तहसील के हमीरवास थानांतर्गत गांव सांखू के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की तृतीय श्रेणी की एक अध्यापिका ने स्कूल के प्रधानाचार्य पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाब डालने का आरोप लगाया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य पर प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाए हैं। पीड़िता का आरोप है, कि उन्होंने विभागीय स्तर पर इसकी शिकायत की थी, लेकिन इसके बावजूद आरोपी प्रधानाचार्य पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इसके बाद वह हमीरवास थाने गईं, जहां उन्हें 4 घंटे तक बिठाए रखा गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सुनवाई न होने पर वह चूरू एसपी ऑफिस पहुंचीं और पुलिस अधीक्षक को परिवाद सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
विधवा शिक्षिका को प्रधानाचार्य चैंबर में बुलाता था
महिला टीचर ने बताया कि वह सरकारी स्कूल में साल 2016 से तृतीय श्रेणी अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। उनके पति का निधन हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रधानाचार्य सुमेर सांगवान उनपर संबंध बनाने का दबाब बनाते हुए प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानाचार्य पर अश्लील इशारे करने का भी आरोप लगाया है।
Rajasthan: विधवा शिक्षिका ने बताया, कि सुमेर सांगवान लगातार उन्हें समर्पण करने के लिए कहता है। जब वह क्लास में पढ़ाती हैं, तो आरोपी प्रधानाचार्य चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को भेजकर उन्हें अपने कमरे में बुलाते हैं और उनके साथ अश्लील हरकत की जाती है। समर्पण न करने पर प्रताड़ित करने की धमकी भी दी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमीरवास थाने के एसएचओ उन्हें 4 घंटे बैठाए रखा पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वह एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।