Rajasthan: मेरी बेटी है साहब 1 लाख से कम नहीं लूंगा, उदयपुर में धड़ल्ले से बेची जा रहीं बेटियां

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Rajasthan: सरकारें तमाम तरह की योजनाऐं बेटियों के लिए चला रही हों। चाहे कितने भी बड़े-बड़े वादे किए जाते हों। चाहे बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ जैसे नारे दिये जाते हों, लेकिन शर्म से सिर झुक जाता है साहब, जब नाबालिग बेटियों के साथ ऐसी शर्मिंदगी भरी घटनाऐं सामने आती हैं। मामला राजस्थान के उदयपुर का है, जहां औऱ कोई नहीं माँ-बाप ही अपनी बेटियों का सौदा कर बेच रहे हैं। बीच में दलाल लगे हुए जो कमीशन पर खरीदारों को लाते हैं।

50 हजार से 1.50 लाख तक में बेटियों का होता है सौदा

दैनिक भास्कर के अनुसार उदयपुर के कोटड़ा व झाड़ोल के 20 से ज्यादा गांवों में बेटियां बिक रही हैं। 15 से 20 साल तक की इन बेटियों को माता-पिता ही बेच रहे हैं। 50 हजार से 1.50 लाख रुपए तक की कीमत के साथ बेटियों का सौदा किया जाता है। जांच में सामने आया कि कोटड़ा व झाड़ोल में 30 एजेंट बाल तस्करी और कुंवारों की शादी कराने का रैकेट चला रहे हैं। बेची जाने वाली बेटियों की उम्र 15 से 20 साल तक होती है। दोनों ब्लॉक में अधिकतर खरीदार गुजरात, मप्र व महाराष्ट्र से भी आते हैं।

पहले भी बेची थी पिता ने बेटी

Rajasthan: इन लोगों के पास बेटियों के भरण-पोषण के लिए पैसे नहीं हैं। इसलिए ऐसा किया जा रहा है। झाड़ोल के पारगियापाड़ा के कन्हैया ने 3 साल पूर्व बड़ी बेटी बेची थी। रणजीतपुरा की 15 साल की एक बेटी को पिता ने गुजरात में बेचा था, लेकिन शिक्षक दुर्गा सिंह मुक्त करा लाए। आपको बता दें कि, गुजरात बॉर्डर से लगे हुए उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर जैसे जिलों में यह घिनौना काम हो रहा है। यहां इसका एक बाजार बन चुका है। असल में राजस्थान के तीन से ज्यादा जिलों में बेटियों की रोजमर्रा के सामान की तरह खरीदी-फ़रोख़्त हो रही है।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।