Rajasthan: दलित होना भी साहब समाज में बहुत बड़ा पाप है, तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले दलित छात्र की बस इतनी सी गलती थी, कि उसने अध्यापक के रखे मटके से पानी पी लिया था। पानी पीने की कीमत उस मासूम को जान देकर चुकानी पड़ी। हमेशा बात होती हैं, कि अशिक्षित लोग जातिवाद, छुआछूत को ज्यादा मानते हैं, लेकिन यहाँ तो साहब बिल्कुल उलट था, समाज का सबसे जागरूक माने जाने वाला व्यक्ति बच्चों को शिक्षा देने वाले अध्यापक ने ही ऐसा कदम उठाया, कि मटके से पानी पीने पर ही छात्र की जान ले ली।गलती सिर्फ इतनी कि बच्चा दलित था।
शहर–शहर भटका परिवार नहीं बचा पाया जान, छात्र ने गुजरात के अहमदाबाद में ली अंतिम सांस
रिपोर्ट के मुताबिक, अध्यापक द्वारा मारे गये थप्पड़ों के कारण बच्चे के दाहिने कान और आंख पर अंदरूनी चोटें आईं। कान में ज्यादा दर्द होने पर इन्द्र कुमार स्कूल के सामने अपने पिता देवाराम की दुकान पर गया और घटना की जानकारी देवाराम को दी। इसके बाद देवाराम बच्चे को सुराणा मेडिकल की दुकान से दवाई दिलाकर घर ले गया। बच्चे के ज्यादा दर्द होने पर वह बागोड़ा, भीनमाल, डीसा , मेहसाणा, उदयपुर के निजी अस्पतालों में उपचार के लिए घूमता रहा।
Rajasthan: उसके बाद सिविल अस्पताल अहमदाबाद उपचार के लिए गया। ताकि इन्द्र कुमार का उपचार हो सके और स्वस्थ हो जाए। लेकिन 13 अगस्त शनिवार को सुबह 11 बजे इलाज के दौरान इन्द्र कुमार की मौत हो गई। पुलिस ने प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक छैलसिंह के विरुद्ध हत्या और एससी/एसटी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
क्या है पूरा मामला?
Rajasthan: निजी स्कूल में दलित छात्र की अध्यापक के हाथों पिटाई और इसके 23 दिनों बाद उसकी मौत का मामला सामने आया है। यह पिटाई कथित तौर पर दलित छात्र के मटके से पानी पीने पर की गई। अध्यापक ने बच्चे को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी तबीयत बिगड़ गई। कई दिनों तक बच्चे के परिजन उसे अलग–अलग शहरों के अस्पतालों में इलाज को लेकर भटकते रहे। आखिरकार शनिवार को अस्पताल से बुरी खबर सामने आई। शनिवार सुबह 11 बजे दलित छात्र इंद्र कुमार ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया। अब इसे लेकर जालोर जिले के सायला थाने में क्षेत्र के निजी स्कूल में बच्चे को थप्पड़ मारने के बाद उसकी मौत होने का मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ हत्या और एससी/एसटी के तहत मामला दर्ज किया। इस मामले की जांच वृताधिकारी हिम्मत चारण को सौंपी गई है। पुलिस जांच शुरू होते ही आरोपी स्कूल टीचर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।