उन्नाव कांड: 6 साल से 2 कमरों में कैद है रेप पीड़िता की जिंदगी, पूर्व भाजपा विधायक ने किया था रेप

कुलदीप सिंह सेंगर

उन्नाव कांड: ये कहानी उस रेप पीड़िता की है, जिसका रेप पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने किया था। अब रेप पीड़िता की जिंदगी 6 साल से 2 कमरों में कैद होकर रह गई है। वह 4 जून 2017 का दिन जिसने पीड़िता की जिंदगी को ही बदल दिया। 17 वर्ष की वह पीड़िता अब 23 वर्ष की हो चुकी है। रेप होने के 10 महीने बाद केस दर्ज हुआ। भाजपा विधायक की गिरफ्तारी से पहले पीड़ित के पिता गिरफ्तार हुए। 4 दिन बाद पुलिस कस्टडी में उनकी मौत हो गई। शरीर पर 14 चोट के निशान मिले।

केस आगे बढ़ रहा था, तभी पीड़िता की कार को एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मारी। पीड़िता बच गई, लेकिन उसकी चाची और मौसी की मौत हो गई। अब कुलदीप सेंगर जेल से बाहर आया है। उसे कोर्ट ने अपनी बेटी ऐश्वर्या की शादी में शामिल होने के लिए जमानत दी है। जमानत मंजूर होने के बाद पीड़िता ने एक वीडियो जारी कर कुलदीप के बाहर आने से अपनी जान को खतरा बताया है। क्या आज भी छह साल पहले हुए हादसे को पीड़िता भूल नहीं पाई?

आइये! उन्नाव कांड की पीड़ित की कहानी को पन्नों की तरह खोलते हैं..

पीड़िता बताती है, 6 साल पहले की बात है, जब हम उन्नाव में थे। उस वक्त कुलदीप सेंगर विधायक थे। हमने बहुत नाम सुना था, कि ये लोगों की मदद करते हैं। हम 17 साल के हुए तो इनके पास नौकरी मांगने गए। क्या पता था जिस परिवार की मुश्किलें आसान करने के लिए नौकरी मांगने जा रही, मेरा वहां जाना उसी परिवार के लिए सबसे बड़ा सदमा बन जाएगा।

उन्नाव कांड: रेप होने के बाद पीड़िता को जान से मारने की कोशिश की गई, लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह कहती है, हादसे से पहले गांव में हर काम के लिए अकेले जाती, सब अकेले ही निपटा लेती थी। लेकिन अब पाबंदियां हैं।पढ़ाई करनी थी, लेकिन उसके लिए भी वह बाहर आ-जा नहीं सकती। इसलिए महिला आयोग ने उसकी पढ़ाई ऑनलाइन करवाने का इंतजाम किया। पीड़िता बताती है, कि अब मैं 12वीं में हूं और कंप्यूटर की क्लासेज भी लेती हूं। दिन भर इन दो कमरों में घूमती रहती हूं। नीचे वाले कमरे में सीआरपीएफ के 6 पुलिसवाले रहते हैं। हमको कहीं भी जाना होता है, तो वे मेरे साथ जाते हैं।

न्याय के लिए खूब लगाये कोर्ट-कचहरी के चक्कर

पीड़िता का बताती है, कि हमारे पूरे परिवार ने खूब परेड की। पुलिस थाने की, वकीलों की, कोर्ट-कचहरी की। तब भी न्याय नहीं मिल रहा था। एक तरफ पीड़िता FIR दर्ज करने की मांग कर रही थी। मां हर जगह चक्कर लगा रही थीं। दूसरी तरफ एक शाम कुलदीप के भाई ने कुछ लोगों के साथ मिलकर मेरे पिता को बहुत पीटा और उल्टा पापा को ही पुलिस से अरेस्ट करवा दिया। पापा को जेल भेज दिया गया। मां को समझ नहीं आ रहा था कि मुझे इंसाफ दिलाए या पापा के लिए लड़े। कुछ वक्त बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और कस्टडी में ही पापा की मौत हो गई।

विधायक के लोग कह रहे शेर वापस आ रहा है..

पीड़िता ने बताया, कि जिस दिन से कुलदीप की जमानत मंजूर हुई, हम लोगों को धमकियां मिलने लगी हैं। लोग सामने से बोल कर चले जाते हैं, कि हमारा शेर वापस आ रहा है। अब तुम लोगों को पता चलेगा। उसने बताया, कि मुझे तो फिर भी सिक्योरिटी मिली है लेकिन मेरे परिवार का क्या? उन गवाहों का क्या जिन्होंने मेरा साथ दिया?

उन्नाव कांड: अगर उन्हें कुछ हो गया तब तो ये एक दिन मुझे भी मार डालेंगे। इसलिए मैं नहीं चाहती कि कुलदीप को इतने दिन की बेल मिले। अगर बेटी की शादी के लिए रिहा ही करना है, तो 2 दिन के लिए कर दिया होता, इतने दिन की रिहाई की क्या जरूरत है। आपको बता दें, कि पीड़िता सुरक्षा के बीच दिल्ली में रहती है।

8 फरवरी को सेंगर की लड़की की शादी

उन्नाव कांड: आपको बता दें, कि रेप के दोषी भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर अगस्त 2019 से तिहाड़ जेल में बंद है। उसकी बेटी की शादी 8 फरवरी को है। दिल्ली कोर्ट ने सेंगर को 14 दिनों की पैरोल दी थी। हालांकि बाद में पीड़िता के आवेदन पर कोर्ट ने पैरोल को दो हिस्सों में बांट दिया है। अब उसे 27 से 30 जनवरी और फिर 6 से 10 फरवरी तक की पैरोल दी गई है।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।