Up News: जिला चित्रकूट में लोक निर्माण विभाग में बेलदारी के पद पर कार्यरत एक कर्मचारी मरने के कई वर्ष बाद तक करता रहा नौकरी, रिटायरमेंट के बाद उठाई पेंशन। विभागीय अधिकारी अपनी आराम की नींद लेते रहे। खुलासा तब हुआ जब मुर्दे के घर में आपसी बंटवारे को लेकर बात चली और सच्चाई सामने आ गई।
क्या था पूरा मामला?
मामला जिला चित्रकूट जिला की राजापुर तहसील क्षेत्र के हरदौली भाऊ का पुरवा का है, जहां की रहने वाली कंचनिया देवी ने बताया कि उसके पति कुटुरुवा पीडब्लूडी में बेलदार पद पर तैनात थे। एक बार उन्हें डयूटी के दौरान पैर में चोट लगी तो एक माह तक काम पर नहीं जा सके। इसी बीच उनका देवर दुसरूवा ने आधार कार्ड व बैंक में उसके पति कुटुरूवा की फोटो बदलकर अपनी फोटो लगवाई और विभागीय सांठगांठ से पति की जगह उनके नाम से ही नौकरी करने लगा।
पति की मौत होने के बाद भी उसका देवर नौकरी करता रहा और रिटायरमेंट के बाद अब पेंशन भी ले रहा है। पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब घर में पारिवारिक बंटवारा हुआ तो देवर के नाम के आगे पति का नाम कुटुरूवा देख सभी चौंक उठे। इसके बाद जानकारी की गई तो पूरा मामला सामने आ गया कि किस तरह फर्जीवाड़ा किया गया।
गठित की गई 3 सदस्यीय टीम
Up News: कंचनिया देवी ने गांव के सचिव व पंचायत मित्र पर भी कागजात में गड़बड़ी कराने के आरोप लगाए हैं। मामले की शिकायत पहाड़ी थाने और पीडब्लूडी के अधिकारियों से कर जांच कराने की मांग की है। पीडब्लूडी के पूर्व अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार ने जांच के लिए एई वीरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई है, इसमें एई कृष्णस्वरूप व वरिष्ठ सहायक सूर्यकांत सोनी शामिल हैं। एई वीरेंद्र प्रताप ने बताया कि पहाड़ी ब्लाक से सभी कागजात मांगे गए हैं। विभागीय कागजात की भी जांच कराई जा रही है।