Up News: औरेया जिले के एक स्कूल में दलित छात्र एक शिक्षक द्वारा बेरहमी से पीटे जाने पर मौत हो गई। पीड़ित छात्र अस्पताल में 18 दिनों बाद जिंदगी से जंग हार गया। आरोपी शिक्षक फरार है, पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। गुस्साऐ परिजनों व भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर छात्र के शव को रख प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया। भारी संख्या में मौके पर पहुंचे पुलिसबल मार्च करते हुए शांति की अपील की है।
क्या था पूरा मामला?
शिक्षक ने कक्षा में बच्चों का टेस्ट लिया था। इसमें दलित छात्र निखित ने OMR सीट में एक खाने की जगह दो खाने काले कर दिए और सामाजिक विज्ञान में सामाजिक की जगह समाजक लिख दिया था। इससे नाराज शिक्षक ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई।
Up News: इस घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। आरोपी शिक्षक फरार है, पुलिस उसकी तलाश में है। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शाम को शव परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं परिजन शव को एंबुलेंस से सीधे स्कूल लेकर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उधर भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी गांव पहुंच गए और हंगामा किया। बवाल बढ़ने पर देर रात परिजन छात्र के शव को लेकर गांव चले गए। पुलिस फोर्स भी गांव पहुंच गई।
परिजनों की ये हैं मांगें, डीएम ने क्या बोला?
अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए और पीड़ित परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए व पीड़ित परिवार को शहरी आवास दिया जाए। अगली मांग ये है, कि पीड़ित परिवार को ग्राम समाज भूमि से 2 एकड़ का पट्टा दिया जाए साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस दिया जाए और अभियुक्तों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए।
Up News: मृतक के पिता से बातचीत के दौरान डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, कि एस-एसटी मौत के मामले में मिलने वाले आठ लाख रुपए के मुआवजे में छह लाख का मुआवजा खाते में डलवा दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने गांव में आवास एवं पट्टा की संस्तुति करने का आश्वासन दिया। डीएम ने ये भी कहा, कि वह परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए सरकार से निवेदन करेंगे। शस्त्र लाइसेंस मांग पर मृतक के पिता ने मना कर दिया, कि यह उनकी मांग नहीं है। मृतक के पिता ने कहा, कि हम लोग उपद्रव नहीं चाहते हैं। कुछ उपद्रवियों ने ऐसा किया है।
उपद्रव के बाद प्रशासन चौंकन्ना
प्रदर्शन के दौरान हुए उपद्रन के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। आईजी प्रशांत कुमार मौके पर पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने के मूड में है। अब मंगलवार यानी कल से धरपकड़ होगी। हो सकता है कि रात में भी कुछ लोगों को पुलिस उठा सकती है।
एएसपी शिष्य पाल, एसडीएम लवजीत कौर, बिधूना सीओ महेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंच गए हैं। परिजनों का कहना है, कि मांग माने जाने तक शव उठने नहीं देंगे। परिजनों की पुलिस अधिकारियों से करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। तनाव को देखते हुए फोर्स और पीएसी बुलाई गई है।
Up News: आपको बता दें, कि औरेया जिला के अछल्दा थाना क्षेत्र के कस्बा फफूंद रोड के आदर्श इंटर कालेज में वैशोली गांव निवासी 15 वर्षीय निखित कुमार दसवीं में पढ़ता था। उसके पिता राजू दोहरे ने बताया, कि 7 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्विनी सिंह ने क्लास में टेस्ट लिया था। टेस्ट के लिए मेरे बेटे ने खूब पढ़ाई भी की थी। वह पढ़ने में ठीक था, लेकिन टेस्ट में उसने कोई शब्द गलत लिख दिया। उसी बात को लेकर शिक्षक अश्विनी सिंह ने मेरे बेटे को बाल पकड़ कर लात घूसों और डंडों से इतना पीटा कि वह स्कूल में ही बेहोश हो गया था।