Up News: मेरठ के परीक्षितगढ़ में दो दिन पहले हुए दीपक हत्याकांड का पुलिस अभी तक सुराग नहीं लगा पाई है। दीपक का ईंख के खेत में शव बिना सिर के पड़ा मिला था। पुलिस के लगातार तलाशी करने व 50 लोगों से पूछताछ के बाद भी सिर को ढूंढने में पुलिस नाकामयाब रही। हत्यारों का सुराग न लग पाने के कारण आक्रोश पनपने लगा है। सिर की बरामदगी न होने के कारण बिना सिर के ही अंतिम संस्कार किया गया है। बर्बरता तरीखे से हुई दीपक की हत्या संप्रदायिक तनाव पैदा कर रही है।
परीक्षितगढ़ के गांव खजूरी में धीरेंद्र त्यागी के बेटे दीपक त्यागी को दो दिनों तक अगवा कर हत्या कर दी थी। हत्यारे उसका सिर काटकर ले गए थे। मंगलवार सुबह गन्ने के खेत में सिर कटा शव बरामद हुआ तो आक्रोश फैल गया। मर्चरी के बाद गांव पहुंचे शव को रखकर लोगों ने हाईवे जाम कर दिया था। आश्वासनों पर जाम खुल गया लेकिन बिना सिर से अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया था।
खुफिया एजेंसियों को सांप्रदायिक तनाव का डर
पुलिस द्वारा मुस्लिम समाज के कई लोगों पूछताछ के लिए उठा रखा है। जबकि पूछताछ के लिए उठाए संदिग्धों में भी मुस्लिमों की संख्या ही ज्यादा है। उधर, पूछताछ में हिरासत में लिए लोगों को अभी क्लीनचिट नहीं दी और लोग थाने पर जमा हैं। धीरे-धीरे पनप रहे आक्रोश को देखते हुए खुफिया विभाग भी सक्रिय हो गया। बर्बरता तरीक से की गई दीपक की हत्या के बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा हो रहा है। जबकि लखनऊ से भी उक्त मामले में हर दो घंटे में इनपुट मांगा जा रहा है।
Up News: आपको बता दें, कि राज्यमंत्री दिनेश खटीक सक्रिय होने पर बुधवार को बिना सिर के अंतिम संस्कार कर दिया था। उधर, गुरुवार खेतों में सिर बरामदगी को चलाए रेस्क्यू को बंदकर एसओजी, सर्विलांस टीम समेत कई पुलिस टीमें हत्यारों के सुरागरशी में ताबड़तोड़ दबिश देती रही। मवाना, हस्तिनापुर, मुजफ्फरनगर और मेरठ समेत कई गांवों में दबिश दी लेकिन कोई हत्थे नहीं चढ़े। वहीं, पुलिस अब तक 60 घंटे में 50 संदिग्धों से पुलिस पूछताछ कर चुकी लेकिन हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी। देर शाम थाने पहुंचे एसएसपी ने पूरे दिन का अपडेट लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जबकि एक बार फिर पूछताछ कर कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया गया।