Ayodhya: सरयू नदी के तट पर स्थित नया घाट क्षेत्र में लता मंगेशकर चौक बनाया गया है, जिसका आज यानी 28 सितंबर को यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया है। इस दौरान उन्होंने लता दीदी को स्मरण कर कहा, कि दीदी ने पूरा जीवन भगवान राम की भक्ति को समर्पित किया, इसलिए भगवान राम की नगरी अयोध्या में लता जी को समर्पित भव्य लता चौक का निर्माण कराया गया है। 14 टन वजनी व 40 फीट लंबी वीणा का निर्माण कराया गया है।
कितना आकर्षक है लता मंगेशकर चौक?
इस वीणा को गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने वाले मूर्तिकार पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित राम सुतार ने बनाया है। वीणा में कमल के पुष्प मां सरस्वती का चित्र उकेरा गया है। यह काम दो महीने में पूरा हुआ है। राम नगरी अयोध्या में स्वर कोकिला लता मंगेशकर चौक का निर्माण सरयू नदी के तट पर स्थित नया घाट क्षेत्र को 7.9 करोड़ रुपए के अनुमानित बजट से विकसित किया गया है। यह स्मारक पर्यटकों और संगीत प्रेमियों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र होगा।
चौक के चारों तरफ प्राकृतिक पौधे लगाए गए हैं, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को एक तरह से स्वच्छ और प्राकृतिक पर्यावरण मिले। लता मंगेशकर ने अपने 92 वर्षों के जीवन काल में कई गीत और भजन गाए हैं। उसे दर्शाने के लिए चौक के बीचोंबीच में 92 कमल दल लगाया गया है, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। पार्क के दूसरी तरफ लता मंगेशकर चौक में अत्याधुनिक तरीके का साउंड सिस्टम लगाया गया है। जहां लता मंगेशकर द्वारा गाए गए राम धुन 24 घंटे श्रद्धालुओं के अमर सुरीली आवाजों में सुनाई देंगी।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से सुर साम्राज्ञी, 'भारत रत्न' स्व. लता मंगेशकर जी की जयंती पर आज श्री अयोध्या जी में उनकी स्मृति में निर्मित 'लता मंगेशकर चौक' का लोकार्पण हुआ।
यह भव्य चौक लता दीदी व प्रभु श्रीराम के प्रति उनके समर्पण का निरंतर स्मरण कराता रहेगा।
सभी को बधाई! pic.twitter.com/bhJ4Y4pBX1
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 28, 2022
Ayodhya: आपको बता दें, कि यह देश का पहला स्थान होगा, जहां अमर सुरीली आवाजों को शहर से जोड़ने के लिए इतना विशाल संगीत वाद्ययंत्र स्थापित किया गया है। इस परियोजना की लागत 7.9 करोड़ रुपये है और इसे दुनिया की उत्कृष्ट कृति के रूप में चिह्नित करने का प्रयास किया गया है।