Education News: AKTU ने की तैयारी, यूपी में अगले महीने से शुरू होगी हिंदी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई

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Education News: उत्तर प्रदेश के मुखिया आदित्यनाथ योगी के घोषणा करने के बाद अब इंजीनियरिंग की हिंदी में पढ़ाई की तैयारी शुरू हो चुकी हैं। कुछ किताबों का हिंदी में अनुवाद किया जा रहा है। यूपी की डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) में इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होगी। खासतौर पर हिंदी मीडियम के छात्रों के लिए इस योजना को तैयार किया गया है।

बीटेक की किताबों का हिंदी में अनुवाद भी शुरू हो गया है। यूनिवर्सिटी से मिली जानकारी के अनुसार, इसी सत्र से बीटेक फर्स्ट ईयर की पढ़ाई हिंदी में शुरू हो जाएगी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद बीटेक प्रथम वर्ष की किताबों का हिंदी में अनुवाद कर रहा है। इससे छात्रों को हिंदी में पढ़ाई के लिए किताबें और रीडिंग मैटेरियल उपलब्ध हो सकेगा। AKTU में नवंबर 2022 से बीटेक फर्स्ट ईयर की पढ़ाई हिंदी में शुरू करने वाली है।

हिंदी या अंग्रेजी किसी में भी दे सकेंगे परीक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) में कहा गया था, कि हिंदी मीडियम छात्रों के लिए भी तकनीकी विषय और इंजीनियरिंग की पढ़ाई सुलभ होनी चाहिए। उसी के तहत ये पहल की जा रही है। हिंदी में किताबों के आने के बाद जहां हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाले बीटेक के छात्रों के लिए पढ़ाई आसान होगी तो वहीं ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई आसान हो सकेगी। फिलहाल भाषा की वजह से बहुत से मेधावी छात्र इसमें पिछड़ जाते हैं।

यूपी में अब B.Tech की पढ़ाई हिंदी में होगी. प्रदेश की अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने इसकी पहल शुरू कर दी है। सबसे पहले प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए हिंदी माध्यम से इंजीनियरिंग की पढ़ाई उपलब्ध होगी। AKTU से मिली जानकारी के अनुसार, छात्रों को ये सुविधा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) काम कर रहा है।

क्या बोले थे यूपी के मुखिया?

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 15 अक्टूबर को MBBS के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराने की घोषणा की थी। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा था, ‘उत्तर प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कुछ पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कर दिया गया है। आगामी वर्ष से प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में इन विषयों के पाठ्यक्रम हिंदी में भी पढ़ने के लिए मिलेंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार ने एमबीबीएस के तीन विषयों की किताबों का हिंदी अनुवाद करने के लिए तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया है जिसमें जैन रसायन, शरीर रचना और चिकित्सा शरीर विज्ञान शामिल हैं।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।