मलयाली फिल्म निर्देशक अली अकबर ने किया इस्लाम छोड़ने का फैसला

रावत की मौत का जश्न मनाने वाले कट्टरपंथियों के रवैए से थे आहत एक तरफ जहाँ पूरा देश तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हैलीकॉप्टर हादसे के कारण शोक में डूबा हुआ था, देश के वीर सपूतों को नम आँखों से श्रद्धांजलि दे रहा था वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर कुछ कट्टरपंथी तत्व ऐसे भी थे जो इस दुर्घटना में CDS (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैनिकों की मौत का जश्न मना रहे थे। ये इस दुखद खबर पर ‘HaHa’ का रिएक्शन देकर देश के सैनिकों के बलिदान का अपमान कर रहे थे।

मलयाली फिल्म निर्देशक अली अकबर को बस ये ही कट्टरपंथियों का रवैया रास नहीं आया और वे कट्टरपंथियों से इतने खफा दिखे कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से इस्लाम मजहब को छोड़ने का फैसला कर लिया। जब वे इस्लाम को छोड़ने के अपने फैसले से एक वीडियों के जरिए लोगों को अवगत करा रहे थे तब भी कट्टरपंथी उनके वीडियों के दौरान ‘HaHa’ का रिएक्शन दे रहे थे।

फेसबुक के जरिए सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देने वाले फिल्म निर्देशक ने कहा, “यह स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए मैं अपना धर्म छोड़ रहा हूँ, न मेरा और न ही मेरे परिवार का कोई और धर्म है।” उन्होंने लाइव में कहा, “मैं उन कपड़ों का एक टुकड़ा फेंक रहा हूँ, जिनके साथ मैं पैदा हुआ था।” दरअसल, जब फिल्म निर्देशक ने सीडीएस रावत की वीरगति पर लाइव वीडियो बनाना शुरू किया तो कट्टर इस्लामियों ने उनके वीडियो पर हजारों की संख्या में लॉफिंग की इमोजी लगाकर इसका मजाक उड़ाया, जिससे उनकी भावनाएँ आहत हुईं।

इस मामले पर ट्विटर यूजर प्रतीश विश्वनाथ ने कहा कि प्रसिद्ध मलयालम फिल्म निर्देशक श्री अली अकबर हिंदू धर्म अपना रहे हैं और अपना नाम बदलकर रामसिम्हन रख रहे हैं। इस्लाम की वर्तमान पीढ़ी को देखकर बहुत अच्छा लगा, जिनके पूर्वजों को बलपूर्वक परिवर्तित किया गया था, वे वापस जड़ों की ओर आ रहे हैं। जय श्री राम…

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By खबर इंडिया स्टाफ