President 2022: राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में द्रोपदी मुर्मू ने जीत हासिल कर ली है। विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतराल से हरा दिया है। एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति व पहली आदिवासी महिला होंगी। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म होने जा रहा है और 25 जुलाई के देश के नए राष्ट्रपति के रूप में द्रोपदी मुर्मू शपथ लेंगी।
पीएम मोदी व जेपी नड्डा ने घर पहुंचकर दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने इतिहास लिखा है। जब भारत आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक आदिवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति चुना गया है। द्रौपदी मुर्मू को बधाई।
I would like to thank all those MPs and MLAs across party lines who have supported the candidature of Smt. Droupadi Murmu Ji. Her record victory augurs well for our democracy.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2022
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने NDA की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से उनके आवास पर मुलाकात की।
आदरणीया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर हार्दिक बधाई।
जनजातीय समाज की महिला का राष्ट्रपति पद तक पहुँचना,देश के लिए स्वर्णिम क्षण हैं,मुझे विश्वास है कि आपके प्रशासनिक व सामाजिक कार्यो की दक्षता व अनुभव से राष्ट्र को अप्रतिम लाभ मिलेगा।— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 21, 2022
रक्षा मंत्री ने दी बधाई
राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई। वे गाँव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं।आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुँचीं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताक़त है।
राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को बधाई। वे गाँव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं।आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुँची हैं।यह भारतीय लोकतंत्र की ताक़त का प्रमाण है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 21, 2022
गृहमंत्री अमित शाह ने भी दी बधाई
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी जिन विषम परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए आज देश के इस सर्वोच्च पद पर पहुँची है वो हमारे लोकतंत्र की अपार शक्ति को दर्शाता है। इतने संघर्षों के बाद भी उन्होंने जिस निःस्वार्थ भाव से खुद को देश व समाज की सेवा में समर्पित किया वो सभी के लिए प्रेरणीय है।
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी जिन विषम परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए आज देश के इस सर्वोच्च पद पर पहुँची है वो हमारे लोकतंत्र की अपार शक्ति को दर्शाता है।
इतने संघर्षों के बाद भी उन्होंने जिस निःस्वार्थ भाव से खुद को देश व समाज की सेवा में समर्पित किया वो सभी के लिए प्रेरणीय है।
— Amit Shah (@AmitShah) July 21, 2022
President 2022: विकास महन्तो ने कहा कि, “वह अपने साथ हर समय एक अनुवाद और ब्रह्माकुमारी की एक किताब रखती हैं. वह शुद्ध शाकाहारी हैं, जो प्याज और लहसुन भी नहीं लेती। 21 तारीख को रात करीब 8 बजे जब मैं अपनी दुकान में था, मुझे एक फोन आया कि पीएम मोदी द्रौपदी मुर्मू से बात करना चाहते हैं। मैंने उनसे कहा कि मैं 5 मिनट का समय लूंगा, इसलिए मैं वापस भागा। मैडम सोने के लिए जा रही थीं। मैं जल्दी उनके पास गया और बताया कि पीएम उनसे बात करना चाहते हैं।
जीवन में कई मुश्किलों का किया सामना
संसदीय बैठक के बाद उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उनका नाम रखने का फैसला किया है। शुरूआती कुछ सेकेंड के लिए वो काफी इमोशनल हो गई थीं। शायद उन्हें अपने पति और बेटों की याद आ रही था। वह थोड़ा रोई, और फिर सामान्य हो गईं, क्योंकि खबर के सामने आने के बाद तुरंत भीड़ जमा हो गई थी।
द्रौपदी मुर्मू जिस मुकाम पर हैं, वहां पहुंचने के लिए उन्होंने एक लंबा सफर तय किया है। 2009-2015 के बीच केवल छह वर्षों में मुर्मू ने अपने पति, दो बेटों, माँ और भाई को खो दिया था, लेकिन अपने जीवन में इतनी त्रासदियों के आने के बाद भी आज वे देश की शीर्ष पद पर विराजमान हैं।
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