Kanhaiya lal Hatyakand: रियास और गौस मोहम्मद के बाद दो और आरोपियों कि भी हुई गिरफ्तार

kanhaya lal hatyakand

 Kanhaiya lal Hatyakand: कन्हैयालाल हत्याकांड में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जांच ऐजेंसियों ने रियास और गौस से पूछताछ के बाद दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। जांच ऐजेंसियों ने गिरफ्तारी के बाद दावा करते हुए कहा कि इन दोनो का भी सीधा संबंध कन्हैयालाल हत्याकांड से हैं और हत्याकांड की प्लानिंग में इनकी भी भागीदारी सामने आयी हैं।

 Kanhaiya lal Hatyakand: उदयपुर में कन्हैयलाल की हत्या का असली मकसद हिंदुओं के अंदर आतंक की दहशत फैलाना था। गौस मोहम्मद और रियास ने पूछताछ के दोरान जांच ऐजंसियों को बताया कि पहले से ही हमको कहा गया था कि गोली मारकर हत्या नहीं करनी वल्कि आतंकवादी संगठन ISIS की तरह गला काटना है। जिससे, जो भी देखे उसकी रूह कांप जाए।

 Kanhaiya lal Hatyakand: राजस्थान पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिंग टीम (SIT) के अधिकारियों ने कहा कि हत्यारों को किससे दिशा निर्देश मिल रहे थे अभी इसका पता नहीं चल पाया है। पूछताछ मे ये भी पता चला है कन्हैयालाल के अलावा और भी लोग उनके निशाने पर थे।

जिन्होंने, सोशल मीडिया पर नुपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयान का समर्थन किया था। उनका भी वो ही हश्र होना चाहिए जो कि कन्हैयालाल का हुआ था। जांच ऐजेंसिया ये भी पता लगाने कि कोशिश कर रही है कि जो उनको आदेश दे रहे थे। क्या उन्होंने ये ही गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को ट्रनिंग दी थी।

जांच में पता चलता है कि गौस मोहम्मद वेलडर का काम करता था और जांच ऐजेंसियों को अंदेशा है कि इसने ही उदयपुर की Sk इंजीनियरिंग फैक्ट्री में हथियार तैयार किए थे। जिनसे चंद मिनटों में ही सर को धड़ से अलग किया जा सके। पुलिस ने फैक्ट्री से कई और भी हथियार बरामद किए हैं।

 Kanhaiya lal Hatyakand: जांच के दौरान गौस मोहम्मद और  रियास ने बताया कि जब कन्हैया लाल की गला रेत कर हत्या कर रहे थे तो उन्होंने बाइक स्टार्ट रखी हुई थी जिससे भागने में आसानी हो। हत्या के बाद दोनों बाइक लेकर देवगढ़ की ओर एक गैराज में गए।

दोनों का वहीं रुकने का प्लान था, लेकिन गैराज वाले ने मना कर दिया। इसके बाद दोनों बाइक लेकर गांवों के रास्ते से राजसमंद के भीम की ओर भागे। उनका अजमेर भागने का प्लान था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। बाइक भी पुलिस की कस्टडी में है।

गौस और रियाज ने पूछताछ के दौरान बताया कि  उदयपुर में एक टायर कारोबारी की हत्या का भी प्लान था। कारोबारी नितिन जैन ने बताया कि उन्होंने 7 जून को नुपूर शर्मा की पोस्ट गलती से शेयर कर दी थी। माहौल खराब करने के नाम पर उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने नितिन को भी गिरफ्तार किया था।

9 जून से 7 लोग लगातार उसकी दुकान पर रेकी कर रहे थे। 11 जून को ये आतंकी नितिन की हत्या करने की फिराक में थे। डर के कारण नितिन ने दुकान पर ही जाना बंद कर दिया और उदयपुर छोड़कर किसी अन्य शहर में चले गए।

रियाज और गौस की शैतानी दिमाग का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने जिहादी मानसिकता रखने वाले लोगों का एक अलग  वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ा था।

वो चाहते थे कि कन्हैयालाल की हत्या के बाद पुलिस उन्हें पकड़ भी ले तो दूसरे साथी नुपूर शर्मा की पोस्ट का समर्थन करने वाले लोगों की इसी तरीके से हत्याएं करते रहें, इसीलिए उन्होंने कन्हैयालाल की हत्या से पहले अपने साथियों को उकसाने के लिए वीडियो भी बनाया था।

वीडियो में रियाज ने कहा था कि वो पकड़ा जाएगा लेकिन हत्याएं जारी रहनी चाहिए। दोनो आरोपी इतने शातिर थे कि दुकान में घुसते ही उन्होंने सबसे पहले CCTV के कनेक्शन काट दिए थे।जिससे उनकी पहचान न हो पाए।

आपको बता दें, कि उदयपुर में मंगलवार 28 जून को दर्जी कन्हैया की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। रियास और गौस ने दुकान में घुसकर धारदार हथियार से दर्जी का गला काट दियाजिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

उसकी हत्या केवल इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने नुपूर शर्मा के बयान का समर्थन किया था। आरोपी भिलवाड़ा के 38 साल के रियाज़ अत्तारी और 39 साल के गौस मोहम्मद हैं। राजस्थान पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया था।

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बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।