Pakistan: एशिया का देश पाकिस्तान इन दिनों बाढ़ के संकट से जूझ रहा है। बाढ़ की चपेट में आये कुछ गांव के लोगों का अब राशन भी खत्म होने को है। बाढ़ में फंसे लोगों को अब डर सताने लगा है। गांव छोड़कर नहीं गये तो बाढ़ के पानी और भूख से जान गंवा बैठेंगे और राहत शिविर में गये तो उनकी महिलाओं को गैर मर्दों के संपर्क में आने का डर है। गांव से शहर को जोड़ने वाली सड़क पर 10 फीट पानी भरा है।
बाढ़ के आगे लगा दी जान और सम्मान की बाजी
पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के गांव ‘बस्ती अहमद दीन’ में लोगों के पास अब खाने को ज्यादा राशन नहीं बचा है, कई तरह की बीमारियां भी फैली हैं। तमाम किल्लतों के बावजूद भी इस गांव के लोगों ने गांव छोड़ने से इंकार इसलिए कर दिया है, कि राहत शिविर पहुंचे तो हमारी महिलाऐं गैर मर्दों के संपर्क में आ जायेंगी।
लगभग आधा पाकिस्तान इन दिनों बाढ़ में डूबा है। देश की एक तिहाई आबादी इस भीषण बाढ़ से प्रभावित हुई है। यहां कई दशकों बाद बाढ़ का ऐसा विकराल रूप देखा गया है। लेकिन इन मुश्किल परिस्थितियों में भी पाकिस्तानी मर्दों की ‘शान’ कम नहीं हो रही है। बाढ़ में पूरी तरह से डूबे एक गांव के मर्दों ने राहत शिविर मे जाने से इंकार कर दिया। केवल इसलिए क्योंकि राहत शिविरों में महिलाएं के गैर-मर्दों के संपर्क में आने का खतरा था।
Pakistan: राहत एवं बचाव दल के जानकारों का कहना है कि ‘बस्ती अहमद दीन’ के इलाके में आन वाले समय में बाढ़ का पानी और बढ़ सकता है। ऐसे में यहां रहना मौत को न्योता देने जैसा है। खास कर महिलाओं और बच्चों के लिए; क्योंकि स्थिति ज्यादा खराब होने पर उसके पास बच निकलने के कम साधन उपलब्ध होते हैं।