अलीगढ़ जिले की खैर तहसील के तहसीलदार पर लगे आरोपों का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। वहीं अब मामले को बढ़ता देख पुलिस जांच में जुट गई है। बुधवार 24 अगस्त दोपहर को अलीगढ़ पुलिस मामले की जांच करने के लिए पीड़िता के घर पहुंची। पुलिस ने पीड़ित महिला उसके पति व पड़ोसियों से बातचीत करते हुए उनके बयान दर्ज किए हैं। पुलिस की सक्रीयता के देखते हुए आरोपी तहसीलदार पिछले कई दिनों से तहसील ऑफिस से नदारद है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार दोपहर को खैर कस्बा चौकी प्रभारी अजेन्द्र सिरोहा अपनी टीम के साथ पीड़ित नीरज शर्मा के घर पहुंचे। जहां चौकी प्रभारी ने पीड़ित नीरज शर्मा, उसकी पत्नी और पड़ोसियों से बात कर उनके बयान दर्ज किए हैं। साथ ही पीड़ितो को पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान पीड़ित ने पुलिस से कहा कि उनका परिवार बेहद सदमे में है।
#Aligarh: खैर तहसीलदार हीरालाल सैनी ने अपने नौकर पर 8 लाख रुपए चोरी करने का आरोप लगाकर बदमाशों से उसे घर से उठवाया, मारपीट की, घर में घुसकर पत्नी से छेड़छाड़ भी की, लेकिन पीड़ित नीरज शर्मा की शिकायत पर @aligarhpolice ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।@anooppradhanbjp @SatishGautamBJP pic.twitter.com/Mrj0ZchJld
— Keshavmalan (@Keshavmalan93) August 22, 2022
दरअसल खैर तहसील में तहसीलदार के पद पर हीरालाल सैनी कार्यरत हैं। अलीगढ़ जेल रोड़ स्थित जादौन बिलडिंग में तहसीलदार का फ्लैट है, जिस पर तहसील में चपरासी खैर निवासी नीरज शर्मा घरेलू काम करता है। आरोप है कि बीते रविवार को डयूटी खत्म कर घर आए चपरासी को फोन कर तहसीलदार ने उस पर आठ लाख रुपए चोरी करने का आरोप लगाया और इसके बाद तहसीलदार ने अपने डाइवर व चार पांच अज्ञात युवकों को भेजकर चपरासी को जबरन उसके घर से कार में बिठाकर अपने पास बुला लिया।
पत्नी से छेड़छाड़ का भी आरोप
Aligarh: पीड़ित चपरासी ने बताया कि वह खैर कस्बे के राजकीय महाविद्यालय के समीप रहता है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि पहले तो मुझे घंटों तक आंखे बंद करके गाड़ी में घुमाया और मेरे साथ जमकर मारपीट की गई। इसके बाद मुझे तहसीलदार साहब की ऑफिस में रात के करीब 1 बजे ले जाकर मेरे ऊपर आठ लाख रुपए देने का दवाब बनाया गया। इसके बाद मुझे करीब 2 बजे घर छोड़ दिया। इस दौरान जब मेरी पत्नी ने उनसे पूछा कि मेरे पति को क्यों ले गए तो उसके साथ छेड़खानी करते हुए सभी आरोपी फरार हो गए।
इस संबंध में पीड़ित ने खैर थाने में तहसीलदार के खिलाफ लिखित शिकायत दी है, लेकिन अभी तक खैर पुलिस ने आरोपी तहसीलदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है। खैर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चौधरी ने बताया तहरीर के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है। वहीं आरोपी तहसीलदार हीरालाल सैनी का पक्ष जानने के लिए कई बार फोन पर संपर्क किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। यहां तक कि आरोपी तहसीलदार मीडिया से बातचीत करने से बच रहा है। यहां तक कि पुलिस की सक्रीयता के बाद से आरोपी तहसीलदार पिछले करीब 3 दिनों से तहसील कार्यालय से नदारद है।
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