अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ में एक युवक को कश्मीरी और देवबंदी जमातियों को बुलाने का विरोध करना भारी पड़ गया। भारी इतना कि कट्टरपंथियों ने पहले तो युवक के साथ जमकर मारपीट की और फिर उसके बाद भीड़ ने घर पर हमला कर दिया और फिर घर में जमकर तोड़फोड़ की। आरोप है कि इस दौरान महिलाओं से भी छेड़छाड़ की गई। वहीं घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी टप्पल पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है अब पीड़ित ने इसकी शिकायत एसएसपी अलीगढ़ से की है। वहीं पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी ने टप्पल पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ जिले के कस्बा टप्पल की कुरैशियान मोहल्ले वाली मस्जिद में रविवार शाम को मुस्लिम समुदाय के लोगों की एक बैठक बुलाई गई, जिसमें मस्जिद में इमाम रखने को लेकर चर्चा हो रही थी इसी बीच कुछ लोगों ने कश्मीर से और देवबंद से जमातियों को बुलाने की बात रखी। इसका विरोध मीटिंग में मौजूद मस्जिद कमेटी अध्यक्ष दिलशाद खान ने किया। इसे सुन मीटिंग में बैठे कुछ लोग आग बबूला हो गए और कमेटी अध्यक्ष दिलशाद खान से गाली गलौच करने लगे।
आरोप है कि इसके बाद दिलशाद खान के साथ पहले तो जमकर मारपीट की। इतना ही नहीं कट्टरपंथियों की भीड़ ने दिलशाद खान के घर पर हमला कर दिया। इस दौरन घर में जमकर तोड़फोड़ की गई। आरोप है कि इस दौरान कट्रपंथियों ने दिलशाद की पत्नी मीना बेगम के साथ मारपीट करते हुए उसके साथ छेड़छाड़ की। वहीं शिकायत पर पहुंची 112 नंबर पुलिस को देख आरोपी मौके से फरार हो गए।

घटना के बाद पीड़ित महिला टप्पल थाने शिकायत लेकर पहुंची और आरोपी वहीद कुरैशी पुत्र रशीद, अलीम पुत्र सलीम, कल्लू पुत्र इब्राहिम, अरमान पुत्र वहीद, जीशान पुत्र सलीम व 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की, लेकिन किसी भी अधिकारी ने उसकी एक नहीं सुनी। पीड़िता का आरोप है कि मुझे घंटों तक थाने में बिठाकर रखा गया। इसके बाद भी मेरी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इसके बाद पीड़िता ने एसएसपी अलीगढ़ से न्याय की गुहार गलाई है।
तब्लीगी जमाती हिंदुओं के खिलाफ उगलते हैं जहर
अलीगढ़: पीड़ित दिलशाद खान ने खबर इंडिया से बात करते हुए बताया कि 30 अप्रैल को कुरैशियान वाली मस्जिद के इमाम ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जब इमाम को लेकर बैठक बुलाई तो कुछ कट्टरपंथियों ने बाहर से इमाम और कश्मीर व देवबंद के जमातियों को बुलाने की बात कही तो मैंने इसका विरोध किया।
दिलशाद खान ने बताया कि तब्लीगी जमाती यहां आकर लोगों में गलत संदेश देते हैं, लोगों को गुमराह करते हैं और भड़काकर माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलकर समाज में नफरत फैलाने का काम करते हैं। इसलिए में मस्जिद में जमातियों को बुलाने का विरोध कर रहा हूं। उन्होंने कहा चाहे मेरा जान चली जाए लेकिन इलाके में अमन शांति कायम रखते के लिए में बाहर से आने वाले जमातियों का पुरजोर विरोध करूंगा और हरगिर अपनी मस्जिद में पैर नहीं रखने दूंगा।
मामले पर टप्पल थाने के क्राइम इंस्पेक्टर जगरत सिंह ने बताया कि मस्जिद में इमाम की तैनाती को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हुआ है। शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
अलीगढ़ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने शिकायत पर बताया कि मामले में टप्पल पुलिस को आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही कहा है कि अगर कोई भी तब्लीगी जमाती मस्जिद में रुकता है तो इसकी जानकारी तत्काल नजदीकी थाने में दी जाए।