Asaduddin Owaisi: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘अब्दुल’ आज तक पंक्चर ठीक करता रहा है, लेकिन अब्दुल का बेटा अबदुल कलाम की तरह वैज्ञानिक बनेगा। ओवैसी ने कहा, “मुसलमानों का मज़ाक उड़ाने वाले, जैसे संघ परिवार और भाजपा के सदस्य, जो यह कहते हैं कि अब्दुल पंक्चर ठीक करता है, हम उन्हें सूचित करना चाहते हैं कि अब्दुल पंक्चर पैच करता था, लेकिन अब्दुल का बेटा जल्द ही अबुल कलाम जैसा वैज्ञानिक बन जाएगा।
AIMIM के मुखिया ने कहा कि ये उनका ख्वाब है, कल तक जो पंक्चर बनाते थे उनके बेटे पंक्चर न बनाए ये उनकी कोशिश है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ो और जीतो, ताकि कोई अब्दुल पंक्चर न बनाए। उन्होंने कहा कि अब्दुल तो पंक्चर बना चुका, लेकिन अब कोई अब्दुल का बेटा सड़क पर नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि अब्दुल तो फल बेचता था, लेकिन उसका बेटा ऐसा नहीं करेगा। उन्होंने मुस्लिम परिवारों से ख्वाब देखने की अपील करते हुए कहा कि वो सपने देखेंगे, तभी तो पूरे होंगे। ओवैसी ने आरोप लगाया कि ये ‘जालिम लोग’ हमेशा कहते हैं कि तुम्हें ख्वाब देखने की इजाजत नहीं है, लेकिन आप ख्वाब देखना शुरू करो और हम मिल कर उन ख्वाबों को पूरा करेंगे।
Asaduddin Owaisi: उन्होंने लोगों को अल्लाह पर भरोसा रखने की सलाह देते हुए कहा कि कब तक हम नाइंसाफी की ज़िन्दगी गुजारेंगे और जुल्म का शिकार बनेंगे, कब तक हम डर-डर कर ज़िन्दगी गुजारेंगे – इसीलिए, वो इस कोशिश में लोगों की दुआओं के लिए आए हैं, क्योंकि गुजरात में AIMIM मजबूत होगी तो इन मुद्दों को हम हल कर सकते हैं। बता दें की गुजरात के साथ-साथ राजस्थान के मुस्लिम वोट बैंक पर भी ओवैसी की नजर है।
अब्दुल अगर अब तक पंचर बनाता था, तो अब अब्दुल का बेटा अबुल कलाम की तरह साइंटिस्ट बनेगा इंशा'अल्लाह।pic.twitter.com/D2hUlB95uG
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 30, 2022
हाल ही में AIMIM प्रमुख का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें वह अपने संबोधन के दौरान रोते हुए दिखाई दे रहे थे। क्योंकि उन्होंने मध्यप्रदेश के खरगोन और दिल्ली के जहांगीरपुरी में हाल की हिंसा पर प्रकाश डाला था। ओवैसी ने अपने संबोधन में कहा कि खरगोन और जहांगीरपुरी में मुसलमानों के साथ अन्याय किया गया क्योंकि उनके घरों को कथित तौर पर ध्वस्त कर दिया गया था। उन्होंने उनसे आशा और साहस न छोड़ने का आग्रह किया।