Asduddin Owaisi: AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी महंगाई को लेकर मादी सरकार को घेरते हुए तंज कसते हुए कहा कि, ‘मैं तो मानता हूँ कि देश में महंगाई बढ़ने के लिए मुगल जिम्मेदार है। ओवैसी ने कहा कि औरंगजेब की वजह से पेट्रोल, डीजल की कीमत बढ़ी है, बादशाह अकबर की वजह से कीमतों में इजाफा हुआ है। शाहजहाँ की वजह से देश में बेरोजगारी है।’
'औरंगजेब की वजह से पेट्रेल महंगा', महंगाई के लिए मुगल जिम्मेदार'- असदुद्दीन ओवैसी #AIMIM #PriceHike @asadowaisi @Payodhi_Shashi
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें – https://t.co/asaJAvmeIt pic.twitter.com/IH6EwREkPX
— Zee News (@ZeeNews) May 24, 2022
Asduddin Owaisi: ये पहली बार नहीं है, जब असदुद्दीन ओवैसी ने मुगलों को लेकर बयान दिया हो। उन्होंने अभी हाल ही में अपने फेसबुक पोस्ट पर कहा है कि भारत के मुसलमानों का मुगलों से कोई रिश्ता ही नहीं है, लेकिन ये बताओ मुगल बादशाहों की बीवियां कौन थीं? उनकी इस पोस्ट ने विवाद पैदा कर दिया है। और वो राष्ट्रवादी लोगों और नेताओं के निशाने पर आ गए है। उनको फेसबुक और ट्वीटर पर भी ट्रोल किया जा रहा है।
इससे पहले AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मदरसों को लेकर असम के CM हेमंत बिस्वा सरमा के बयान पर कहा कि इनको सिर्फ मुसलमानों से और इस्लाम से नफरत है, ये खुलकर उनकी जुबान पर आ गया…मोदी सरकार में क्या मदरसा मॉडर्नाइजेशन स्कीम नहीं है?
इनको सिर्फ मुसलमानों से और इस्लाम से नफरत है, ये खुलकर उनकी जुबान पर आ गया…मोदी सरकार में क्या मदरसा मॉडर्नाइजेशन स्कीम नहीं है?: मदरसों को लेकर असम CM के बयान पर असदुद्दीन ओवैसी, AIMIM, हैदराबाद pic.twitter.com/LBHthYgfJB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2022
इससे पहले ओवैसी ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के मदरसे को लेकर दिए गए बयान पर अापत्ति जतायी थी। और साथ ही अपने ट्विटर हैंडल से कहा था कि असम में 18 लोग मारे गए हैं और 7 लाख बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अभद्र टिप्पणियों में व्यस्त हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब संघी ब्रिटिश एजेंट के रूप में काम कर रहे थे, तब मदरसे स्वतंत्रता आंदोलन की लड़ाई लड़ रहे थे। शायद असम के सीएम को पता नहीं है कि इस्लाम के अलावा कई मदरसे विज्ञान, गणित और सामाजिक अध्ययन पढ़ाते हैं।
Barrister @asadowaisi spoke at a press conference about @himantabiswa Madrassa remark & other issues https://t.co/GgEUmBuyVi
— AIMIM (@aimim_national) May 24, 2022
उन्होंने आगे कहा कि क्या राजा राम मोहन राय संघ मे पढ़े थे या मदरसे में पढ़े थे ये संघियों से पूछना चाहिए। मुस्लिम वंश पर ध्यान देना आपकी हीन भावना को दर्शाता है। मुसलमानों ने भारत को समृद्ध बनाया है और आगे भी वे ऐसा करते रहेंगे। संघ की साखाओं से ज्यादा राष्ट्रभक्ति की तालीम मदरसों में दी जाती है।लेकिन ये संघी जाहिल नहीं समझेंगे।