धर्मांतरण का मामला: यूपी में लव जिहाद और धर्मांतरण पर कानून बनने के बाद भी आए दिन लव जिहाद और धर्मांतरण के मामले सुनने को मिल जाते है। ये तो तब है कि यूपी में सीएम योगी की सरकार है। यूपी में सीएम योगी के होने के बावजूद विशेष धर्म से संबंध रखने वाले लोग बैखोफ धर्मांतरण का अजेंडा चला रहे हैं। अगर यूपी में ये हाल है तो पूरे भारत में होने वाले लव जिहाद और धर्मांतरण के मामलों का क्या हाल है इस बारे में सोचने से भी डर लगता है। ऐसा ही धर्मांतरण के एक नहीं दो मामले यूपी की दो अलग जगहों से सामने आए है। पहला धर्म परिवर्तन का मामला रामपुर से और दूसरा मामला इटावा से आया हैं। रामपुर में एक मौलवी पर धर्मांतरण का आरोप लगा है। उसने अपने साथी के साथ मिलकर एक हिंदू को पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया था।
आप को बता दे कि रमाजन का पवित्र महीना चल रहा है। हाल ही में गुलाब सिंह जो कि हिंदू से मुस्लिम बना। उसके द्वारा नमाज पढ़ने, रोजा रखने और रमजान में तरावीह पढ़ने का मामला प्रकाश में तब आया है। जब पुलिस अधीक्षक से गुलाब सिंह की मां गंगा देई ने शिकायत की थी।
शिकायत में गुलाब सिंह की मां ने आरोप लगया कि उसके बेटे का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन मौलवी और उसके साथी ने करवाया है। वहीं, शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आयी और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाली थानाध्यक्ष किशन अवतार ने बताया कि आरोपी गुलवेज और नदीम को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। कानून संगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।उन्होंने बताया कि 18 वर्षीय गुलाब सिंह द्वारा रोजा रखने और नमाज पढ़ने के साथ रमजान माह में तरावीह भी पढ़ना शुरू कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों की यदि मानें तो गुलाब सिंह अपने आपको अनपढ़ बताता है, लेकिन उसे इस्लाम धर्म की काफी जानकारी है। वह यूट्यूब व अन्य सोशल माध्यमों से इस्लाम धर्म की काफी जानकारी जुटाता रहा है। गुलाब सिंह के परिजनों ने बताया कि वह करीब 3 साल से मुस्लिम धर्म के क्रियाकलापों में शामिल है। अब वह परिवार को भी इस्लाम धर्म के बारे में समझाने की कोशिश कर रहा है।
धर्मांतरण का मामला: वहीं दूसरी ओर धर्मांतरण का मामला इटावा से सामने आया है जहां पर एक डाॅक्टर पर आरोप लगा है कि उसने अपने हिंदू कर्मचारी पर अनैतिक दबाव बनाते हुए धर्म परिवर्तन करवाया है।
गौरतलब है कि धर्मांतरण के मामले में खुद पीड़ित रामराज यादव ने डाॅक्टर फारूकी पर आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है कि वह एक निजी क्लिनिक में काम करता था। इसी दौरान डॉ. फारूकी कमाल ने उसे मुस्लिम बनने के लिए मजबूर कर दिया। उसने दावा किया कि साल 2019 में धर्मांतरण के बाद उसका नाम करम हुसैन कर दिया गया और कुरान पढ़ने के लिए दिया ।
8 अप्रैल शुक्रवार को इस मामले में यूपी पुलिस ने डॉक्टर और उसके दो साथियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश धर्मांतरण निषेध कानून के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया गया है।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी यशवीर सिंह ने कहा कि रामराज यादव ने डुमरियागंज निवासी एक व्यक्ति पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रामराज यादव को मोबाइल चोरी के आरोप में जेल में बंद किया गया था और उसे हाल ही में रिहा किया गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले के सभी पहलुओं को देखते हुए जाँच की जा रही है।