Delhi: गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के काले कपड़े पहन कर प्रदर्शन करने पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 5 अगस्त शुक्रवार को जानबूझकर काले कपड़े पहनकर विरोध किया। काँग्रेस पार्टी का अलाकमान संकेत देना चाहते है कि वो इस खास मौके का विरोध करते हैं।
Delhi: गृहमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अक्सर तुष्टिकरण की राजनीति करती है। 5 अगस्त को जिस राम मंदिर का शिलान्यास हुआ है, उसी दिन पिछले 2 साल से कांग्रेस प्रोटेस्ट कर रही है। काले कपड़े पहनकर प्रोटेस्ट करने का क्या मतलब है?
Delhi: गृहमंत्री ने कहा कि 5 अगस्त तो काँग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष को ईडी ने पूछताछ के लिए नहीं बुलाया था, तो फिर काले कपड़ों में कांग्रेस ने क्यों विरोध किया? कांग्रेस को जिम्मेदार दल के नाते कानून का सहयोग करना चाहिए।
कांग्रेस ने आज के दिन काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया जबकि आज ही के दिन PM ने राम जन्मभूमि का शिलान्यास किया था। कांग्रेस आज प्रदर्शन कर संदेश देना चाहते हैं कि वो राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं: गृह मंत्री, दिल्ली
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2022
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काँग्रेस के 5 अगस्त को काले कपड़े पहन कर विरोध करने पर काँगेस पर हमला करते हुए कहा कि ” भारत की आस्था को अपमानित करने वाला कांग्रेस का आचरण अत्यंत निंदनीय है। कांग्रेस पार्टी कई दिनों से आंदोलन कर रही है। अब तक वे सामान्य कपड़ो में प्रदर्शन कर रहे थे। आज कांग्रेसियों ने काले कपड़ो में जो प्रदर्शन किया है यह रामभक्तों का अपमान है।”
आपको बता दें कि कांग्रेस सांसदों ने महंगाई और बेरोजगारी पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला था। राहुल गांधी भी इस मार्च में शामिल हुए थे।
महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ काँग्रेस दिल्ली से लेकर पंजाब तक, बिहार से लेकर राजस्थान तक, पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रही थी। दिल्ली में मार्च के दौरान प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी को पुलिस नें हिरासत में ले लिया था और उनके साथ ही शशि थरूर समेत कांग्रेस के कई सांसदों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था बाद में उनको रिहा कर दिया गया था। काँग्रेस के नेताओं ने विराध प्रदर्शन के दौरान काले कपड़े पहने हुए थे।
ये भी पढ़े…