अलविदा जुमा नमाज : ईद से पहले पूरे भारत में आखिरी शुक्रवार को अलविदा जुमा की नमाज अदा की जाएगी। मुस्लिम धर्मगुरूओं नें नमाज पढ़ने को लेकर गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि कहीं भी आप सड़क पर नमाज नहीं पढें। लोगों से अपने घरों में या मस्जिदों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है। इसके साथ ही मुस्लिम धर्मगुरूओं ने मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से आजान लगाते वक्त तय मानकों का विशेष ध्यान रखे। आपको बता दे कि ये पहला मौका नहीं हैं कि नमाज को लेकर गाइडलइन जारी की गई हो।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3 मई को ईद और अक्षय तृतीया एक साथ मनाने की संभावना को लेकर अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है।और साथ ही उन्होंने कहा है कि खुले में नमाज न पढ़ने के आदेश के बाद सभी जिलों में मुस्लिम धर्मगुरुओं और पुलिस प्रशासन के बीच बैठक हो चुकी है।
सीएम योगी ने लाउडस्पीकर को लेकर दिशानिर्देश देते हुए कहा कि पूर्व अनुमति से जहां माइक लगे हैं, वहां माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाए कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए। नए स्थलों पर नए माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पूर्व अनुमति से जहां माइक लगे हैं, वहां माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाए कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए।
नए स्थलों पर नए माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 21, 2022
ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें नमाजियों से मस्जिद के अंदर ही नमाज अदा करने की अपील की गई। उन्होंने कहा कि नमाजियों की वजह से ट्रैफिक जाम नहीं होना चाहिए। और साथ ही ऐशबाग ईदगाह के इमाम खालिद रशीद ने लोगों से ये भी अपील की है कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर की आवाज भी कम रहे।
Advisory issued for #Alvida namaz by Islamic Centre of India
1. Offer Namaz within the premises of Masjid
2. Do not offer on the road so that the traffic is not disturbed
3. The volume of loudspeaker should not be more than allowed by govt norms— Rajeev Mullick (@rmulko) April 28, 2022
वहीं, मस्जिद दारुल उलूम फरंगी महल के मौलाना सूफियान निजाम का कहना है कि लोग नमाज मस्जिद परिसर के अंदर पढ़ें न कि सड़क पर। लाउडस्पीकर्स की आवाज भी मानकों के अनुसार रखी जाए।
दूसरी ओर, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा था कि शांति और सौहार्द्र बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। शांति समितियों के साथ बैठक की गई। प्रदेश में कानून व्यवस्था बनी रहेगी और किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा।
Directions have been given to field officers. Meetings have been done with peace committees. Law and order will be maintained in the state and there will be no discrimination against anyone: ADG Law and Order Prashant Kumar pic.twitter.com/HIx1pcjgMO
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 21, 2022
ऐसा नहीं है कि योगी आदित्यनाथ ने किसी विशेष संप्रदाय को लेकर ही आदेश दिए है इससे पहले वे शोभायात्रा को लेकर भी दिशानिर्देश दे चुके है। उन्होंने कहा था कि कोई भी शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना प्रशासनिक अनुमति के न निकाले जाएं। इस संबंध में आयोजकों से पूर्व में ही शांति व सौहार्द बनाए रखने हेतु शपथ-पत्र लिया जाए। प्रत्येक स्तर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवाबदेही तय की जाए।
कोई भी शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना प्रशासनिक अनुमति के न निकाले जाएं।
इस संबंध में आयोजकों से पूर्व में ही शांति व सौहार्द बनाए रखने हेतु शपथ-पत्र लिया जाए।
प्रत्येक स्तर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवाबदेही तय की जाए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 21, 2022