Gyanvapi Live: ज्ञानवापी का मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है। ज्ञानवापी को लेकर देश में जमकर राजनीति हो रही है। ज्ञानवापी के सर्वे के पक्ष में और विपक्ष में नेता जमकर बयानबाजी कर रहे है। पहले बीजेपी के संगीत सोम, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और अब तंजीम उलमा इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव रजवी ने बयान आग में घी डालने का काम किया है।
Gyanvapi Live: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी- खामोश नहीं बैठेगा मुसलमान
तंजीम उलमा इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने ज्ञानवापी परिसर के सर्वे पर बयान दिया। मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि ज्ञानवापी के मुद्दे को जानबुझकर फिरकापरस्त ताकतें आगे बढ़ा रही हैं। और उन्होंने यह भी कहा कि बाबरी मस्जिद की तरह अगर ज्ञानवापी मस्जिद को गिराने की कोशिश की गई तो मुसलमान चुप नहीं बैठेगा और आंदोलन करेगा।
मौलाना ने कहा कि वाराणसी में ऐतिहासिक ज्ञानवापी मस्जिद मुगल बादशाह औरंगजेब आलमगीर ने बनवाई थी, ये सरासर झूठ है। वर्ष 1669 के वक्फ नामा का हवाला दिया जा रहा है मगर, अध्ययन से कहीं यह बात साबित नहीं होती कि मंदिर को तोड़ा गया है। केंद्र सरकार ने वर्ष 1991 में धर्म स्थलों से जुड़े विवादों में यथास्थिति बनाए रखने के लिए कानून संसद में पास किया था। उसमें अयोध्या मुद्दे को बाहर रखा गया था।
मौलाना रजवी का ताजमहल को लेकर बयान
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने कहा कि दुनिया जानती है कि ताजमहल को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। जातमहल की जमीन शाहजहां की थी। ताजमहल की देखरेख लंबे समय से सुन्नी सेंट्रल बोर्ड लखनऊ कर रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति मे ताजमहल का मुद्दा उठाना अनुचित है। हाईकोर्ट के जजों ने ताजमहल की याचिका की सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को फटकार लगाई और अपील को खारिज कर दिया । ये निगेटिव सोच के लोग रोजाना कोई ना कोई मसला उठाते हैं जो हिन्दू–मुस्लिम नफरतों को बढ़ाने वाला काम करते हैं, ऐसे लोगों पर लगाम लगनी चाहिए।
Aimim अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी- ज्ञानवापी परिसर का सर्वे असंवैधानिक
वहीं, गुजरात के अहमदाबाद में Aimim अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद पर कोर्ट का फैसला आ गया और अब ज्ञानवापी का मसला शुरू हो गया… हुकूमत को ये बात बता रहा हूं कि हमने एक बाबरी मस्जिद को खोया है दूसरी मस्जिद को हरगिज नहीं खोएंगे।
बाबरी मस्जिद पर कोर्ट का फैसला आ गया और अब ज्ञानवापी का मसला शुरू हो गया… हुकूमत को ये बात बता रहा हूं कि हमने एक बाबरी मस्जिद को खोया है दूसरी मस्जिद को हरगिज नहीं खोएंगे: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, अहमदाबाद, गुजरात pic.twitter.com/5KY2SEJfsX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदबंरम ने ज्ञानवापी सर्वे के संदर्भ में लिए गए कोर्ट के फैसले पर ही सवाल उठा दिया है। उन्होंने कहा कि पूजा स्थान में बदलाव से समाज में टकराव बढ़ेगा। इसीलिए नरसिम्हा राव की सरकार में प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट लेकर कॉन्ग्रेस आई थी।
संगीत सोम-मंदिर को तोड़कर जो मस्जिद को खड़ा किया था उसे वापस लेने का समय
वहीं आपको बता दें कि बीजेपी के नेता संगीत सोम ने ज्ञानवापी को लेकर कहा था कि औरंगज़ेब जैसे लोगों ने ज्ञानवापी मस्जिद बनवा दी, 92 में बाबरी व 22 में ज्ञानवापी की बारी है। मुसलमान आक्रांताओं ने मंदिर को तोड़कर जो मस्जिद को खड़ा किया था उसे वापस लेने का समय आ गया है।
औरंगज़ेब जैसे लोगों ने ज्ञानवापी मस्जिद बनवा दी, 92 में बाबरी व 22 में ज्ञानवापी की बारी है। मुसलमान आक्रांताओं ने मंदिर को तोड़कर जो मस्जिद को खड़ा किया था उसे वापस लेने का समय आ गया है।
महाराणा प्रताप जयंती के शुभ अवसर पर ज्वालागढ़ चौराहे पर स्थित प्रतिमा का माल्यार्पण किया। pic.twitter.com/vG5iXZ6Nx5
— Sangeet Singh Som (@SangeetSomBJP) May 9, 2022
बता दें कि आज शुक्रवार (14 मई) से ज्ञानवापी परिसर का सर्वे का काम शुरू हो गया। पहले दिन अधिवक्ता आयुक्त (advocate commissioner) अजय कुमार मिश्र की अगवाई में पहले दिन का वीडियो सर्वे पूरा हो गया है। पहले दिन 4 तहखानों का वीडियो सर्वे हुआ टीम ने चप्पे-चप्पे की जांच की। दिवारों की बनावट की भी गहन जांच की गई। कल फिर से टीम करेगी वीडियो सर्वे। वहीं हिंदू पक्ष का दावा है कि अंदर हमारी सोच से भी ज्यादा बहुत कुछ है। और दूसरी तरफ मुस्लिम पक्ष ने कहा कि सर्वे में सहयोग करेंगे।