Gyanvapi Maszid vivad: ज्ञानवापी मस्जिद में निकले शिवलिंग पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी से लेकर , DU के प्रोफेसर रतन लाल ने विवदित बयान दिया था। रतन लाल को विवादित बयान देने के लिए गिरफ्तार भी कर लिया गया था। और अब हाल ही में अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे संभल से सपा (SP) सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि इतिहास को गहराई से देखें तो वाराणसी की ज्ञानवापी विवादित ढाँचे में कोई ‘शिवलिंग’ नहीं था। यह सब गलत था। उन्होंने कहा कि ये परिस्थितियाँ 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए तैयार की जा रही हैं।
Gyanvapi Maszid vivad: इतना ही नहीं, बर्क ने यहां तक कह दिया कि आज अयोध्या में भले श्रीराम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन वहां एक मस्जिद है। बर्क ने कहा, “मैं अब भी कहता हूँ कि वहाँ मस्जिद है। राम मंदिर ताकत के बलबूते बनाया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि इस्लाम में मूर्तिपूजा हराम है और किसी की जमीन पर कब्जा करके मस्जिद बनाने की इजाजत नहीं है।
वही अभी हाल ही में जेल से रिहा हुए , सपा के वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक सपा के विधायक आजम खान, सपा विधायक दल की मीटिंग में नहीं आए और साथ ही में प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव भी भी विधायक दल की मीटिंग से नदारद रहे। कयास ये लगाए जा रहै है कि दोनों ही नेता सपा प्रमुख अखिलेश यादव से नाराज चल रहे है। आजम खान का विधायक दल की मीटिंग में न आने के लिए उनकी तबियत ठीक नहीं है ये बताया गया है। लेकिन, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी मीटिंग में नही आए। रहीं बात चाचा शिवपाल की तो सबको पता है कि चाचा-भतीजे के बीच सब कुछ सहीं नही चल रहा है।
शिवपाल यादव की गैर-मौजूदगी को लेकर, सपा के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि उन्होंने सपा के चुनाव चिह्न पर विधानसभा चुनाव जीता है। लेकिन, वह एक पार्टी के मुखिया भी हैं। मेहरोत्रा ने कहा कि वह पहले भी पार्टी की बैठकों में शामिल नहीं हुए थे।