Har ghar Tiranga: मोदी के सपने को साकार करने के लिए समूह की महिलाएं बना रहीं तिरंगे, ऐसे होगी ‘भारत माता की जय’

Aligarh Har Ghar Tiranga

भले ही हर घर तिरंगा अभियान को लेकर देश में राजनीति शुरू हो गई हो, लेकिन अपने मन की बात में हर घर तिरंगा फहराने की अपील करने वाले पीएम नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने में देशभर की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जुटी हुई हैं। इतना ही नहीं सभी ज़िले के आला अधिकारियों ने समूह की महिलाओं को तिरंगे झंडे बनाने का लक्ष्य भी दिया है।

समूह की महिलाओं ने इन लक्ष्यों को पूरा करते हुए लोगों को हर घर तिरंगा अभियान के प्रति जागरुक करने में जुट गई हैं। साथ ही साथ ही आला अधिकारियों ने ग्राम प्रधानों व विभागीय अधिकारिय़ों को हर घर तिरंगा पहुंचाने के निर्देश देते हुए हर घर पर तिरंगा फहराया जाए इसके लिए ग्राम स्तर पर टीमें गठित कर दी हैं। अगर बात करें अलीगढ़ जिले की तो यहां पिछले महीने धनीपुर ब्लॉक में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तिरंगा झंडा बनाने की ट्रेनिंग दी गई।

यहां टप्पल ब्लॉक के स्वयं सहायता समूहों को कुल 15 हजार छोटे व बड़े साइज के तिरंगे झंडे बनाने का लक्ष्य दिया गया, जिसके मुताबिक़ समूह की महिलाओं ने क़रीब 14 हज़ार तिरंगे झंडे बनाकर तैयार कर दिए हैं। टप्पल ब्लॉक में सबसे अधिक तिरंगे झंडे बनाने वाले समूह में हजियापुर से गायत्री ग्राम संगठन, गढ़ी सूरजमल से जय हनुमान ग्राम संगठन, इतवारपुर से गनेश जी ग्राम संगठन व  खेड़िया खुर्द से बाला जी ग्राम संगठन की महिलाओं का नाम शामिल है।

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अलीगढ़ के ब्लॉक टप्पल में तिरंगा बनाने में जुटीं स्वयं सहायता समूह की महिलाएं

समूह की महिलाएं लोगों को कर रहीं जागरुक

इतना ही नहीं समूह की महिलाओं ने तिरंगे झंडे बनाने के साथ-साथ हर घर तिरंगा अभियान के प्रति लोगों को जागरुक भी कर रही हैं। इसके तहत समूह की महिलाओं ने टप्पल ब्लॉक के सभी गांव में तिरंगा यात्रा निकालकर लोगों को अभियान के प्रति जागरुक करने का काम किया है।

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हर घर तिरंगा के प्रति लोगों को जागरुक करतीं टप्पल में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं

ब्लॉक मिशन मैनेजर अब्दुल वाहिद ने बताया कि बड़े झंडे का साईज़ 36*24 इंच और छोटे झंडे का साईज़ 22.5*15 इंच है, जिसके लिए झंडे बनाने वाली महिलाओं को बड़े झंडे के 51 और छोटे झंडे के 21 रुपए दिए जाएंगे, क्योंकि समूह की महिलाओं ने स्वयं तीनों रंग के कपड़े खरीदे हैं। नियम के मुताबिक ब्लू रंग से झंडे पर तीलियां बनाने के बाद उसे सम्मान के साथ घर पर रखना होगा। अब्दुल वाहिद ने बताया कि समूह की महिलाओं ने तिरंगे झंडे बनवाने के पीछे दो उद्देश्य हैं।

पहला ये कि मोदी के सपने को साकार करते हुए हर घर पर तिरंगा झंडा फहराया जा सके। दूसरा ये कि तिरंगे झंडे बनाने से समूह की महिलाओं को रोजगार मिल सके। यह अभियान समूह की महिलाओं की आजीविका से भी जुडा हुआ है। अधिक झंडे बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जाएगा। अब्दुल वाहिद ने बताया कि टप्पल ब्लॉक की 67 ग्राम पंचायतों में कुल 1240 स्वयं सहायता समूह हैं। प्रत्येक समूह में 11 से 12 महिलाओं जुड़ा हुई हैं, जिनको 95 समूह सखी सुचारू रूप से संचालित करती हैं।

-हर घर तिंरगा अभियान को सफल बनाने के लिए सभी ग्राम प्रधानों और विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ निर्देश दे दिए गए हैं। हमने टप्पल ब्लॉक की 67 ग्राम पंचायतों में करीब 10 हजार घरों तक मुफ्त में तिरंगा झंडा पहुंचाने का लक्ष्य रखा है- दीपक कुमार, बीडीओ, टप्पल

13 से 15 अगस्त तक चलेगा तिरंगा अभियान

आपको बता दें कि मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी द्वारा की गई अपील के मुताबिक देश में 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा। साथ ही 2 अगस्त से 15 अगस्त तक पीएम मोदी ने लोगों से सोशल मीडिया प्रोफाइल पर तिरंगा लगाने की अपील की है। हालांकि इस अभियान को लेकर भी देश में राजनीति शुरू हो गई है। संभल से सपा सांसद शफीकुर्ररहमान ने कहा है कि क्या झंडा लगाने से ही देशभक्ति साबित होगी? जब हमारे संविधान में तिरंगा झंडा फहराना अनिवार्य नहीं है तो  जिसकी मर्जी हो वह झंडा लगाए।

वहीं जम्मू कश्मीर से पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि यहां जबरन तिरंगा खरीदने के लिए लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं। तिरंगा ही फहराना है तो सरकार तीन के कब्जे वाले हिस्से में जाकर तिरंगा फहराए।

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By Keshav Malan

यह कलम दिल, दिमाग से नहीं सिर्फ भाव से लिखती है, इस 'भाव' का न कोई 'तोल' है न कोई 'मोल'