जहांगीरपुरी हिंसा: संयोग या प्रयोग? गिरफ्तार आरोपियों के चेहरे से हुआ खुलासा

मुहम्मद अंसार

दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के जुलूस पर हुए हमले और उसके बाद इलाके में भड़की हिंसा एक संयोग था या प्रयोग इस बात की जानकारी जुटाने में भले ही दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां जुटी हों, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सामने आई एक वीडियो ने यह साफ कर दिया है कि यह महज संयोग नहीं प्रयोग ही था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद असांर पुष्पा के डॉयलाग में एक्शनबाजी कर रहा है। यह एक्शन उसने एक बार नहीं बल्कि लगातार दो बार किया। उसके चेहरे पर उसके द्वारा किए गए कृत्यों की खुशी साफ दिखाई दे रही है।

अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आरोपी पुलिस से कितना डरा हुआ है। इतना ही नहीं अंसार ने मीडिया के सामने कुबूल किया है कि वह कसूरवार है, लेकिन इसके बाद भी मुस्लिम महिलाओं का पीड़ित बनने का ढोंग करना चौंकाने वाला है। सोशल मीडिया पर सामने आई एक वीडियो में आरोपियों की गिरप्तारी के बाद कुछ मुस्लिम महिलाएं थाने के सामने आरोपियों को बेगुनाह बताते हुए खुद को पीड़ित बता रही हैं।

यह बात अलग है कि इसके बाद भी एक जांच टीम सोमवार दोपहर को जब इलाके में जांच करने के लिए पहुंची तो उनके ऊपर फिर से फथराव कर दिया गया। इस घटना के बाद से पुलिस ने घटना स्थल वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। वहीं अब तक सौ से ज्यादा वीडियो सामने आई हैं जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग जिस तरह से तलवारें लहराते और फायरिंग करते हुए ऐसे दिखाई दे रहे हैं मानो जहांगीरपुरी में किसी फिल्म की शूटिंग चल रही हो।

खबर इंडिया से खास बातचीत करते हुए इलाके के लोगों ने बताया कि जहांगीरपुरी में इस तरह की घटना भले ही पहली बार हुई हो लेकिन मुस्लिम बाहुल इलाका होने के कारण यहां हिंदुओं का जीना हराम है। यहां हिंदुओं की घुट-घुटकर जीना मजबूरी बन गया है।

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By Keshav Malan

यह कलम दिल, दिमाग से नहीं सिर्फ भाव से लिखती है, इस 'भाव' का न कोई 'तोल' है न कोई 'मोल'