Jayant Chaudhary: लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को उत्तर प्रदेश से बड़ा झटका लगा है। आरएलडी (RLD) मुखिया जयंत चौधरी ने सोमवार को इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ एनडीए में शामिल होने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
Jayant Chaudhary: एनडीए में शामिल होने के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा, ‘हमारा कोई भी विधायक नाराज नहीं है। हमने अपने विधायकों से बात की है। विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात करके ये फैसला लिया है। अल्पसमय में फैसला लेना पड़ा, हम कुछ अच्छा करना चाहते हैं। जयंत चौधरी के इस बयान से लग रहा है कि बीजेपी-आरएलडी का गठबंधन हो गया है।
जयंत ने क्या कहा?
Jayant Chaudhary: जयंत ने ये भी कहा है कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से नवाजा जाना मेरे और मेरे परिवार समेत किसान समुदाय के लिए बहुत बड़ा सम्मान है। विधायकों की नाराजगी पर जयंत ने कहा कि सभी से बातचीत के बाद ये फैसला लिया गया है।
सियासत के जानकारों का कहना है कि जयंत की पार्टी के एनडीए के साथ आने से पश्चिमी यूपी में चुनावी समीकरणों पर बड़ा असर पड़ेगा।
#WATCH |Delhi: On joining NDA, RLD chief Jayant Chaudhary says, "…I took this decision after speaking to all the MLAs and workers of my party. There was no big planning behind this decision, we had to take this decision within a short time because of the situation. We want to… pic.twitter.com/oCokYUX8gA
— ANI (@ANI) February 12, 2024
जयंत के दादा को भारत रत्न देने का ऐलान
Jayant Chaudhary: हाल ही मोदी सरकार द्वारा जंयत चौधरी के दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का एलान किया गया था। जिसके बाद से जयंत चौधरी के एनडीए में जाने की अटकलें थी। हालांकि अब उन्होंने साफ कर दिया है कि वह जल्द ही बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे। बता दें कि जयंत चौधरी इससे पहले विपक्षी दलों के I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा थे और सपा ने रालोद को सात सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था। हालांकि सपा के सिंबल रालोद का और उम्मीदवार सपा के फॉर्मूले से जयंत चौधरी नाराज थे।
केंद्र सरकार ने जब पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का एलान किया था तब जयंत चौधरी ने भारत के राष्ट्रपति और विशेष रूप से पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था। वहीं जब जयंत चौधरी से यह सवाल पूछा गया कि क्या वह बीजेपी के साथ जाएंगे तो इस पर उन्होंने कहा था कि, ‘किस मुंह से इंकार करूं?’ हालांकि अब जयंत चौधरी ने एनडीए में जाने का खुद एलान कर दिया है।
वहीं जयंत चौधरी के एनडीए में जाने से I.N.D.I.A गठबंधन को बड़ा झटका लगेगा। क्योंकि जयंत चौधरी की पश्चिमी यूपी में काफी अच्छ पकड़ मानी जाती है और इनका जाट वोट बैंक पर खासा प्रभाव है। हालांकि अब देखना ये होगा कि जयंत चौधरी के बीजेपी के गठबंधन करने से I.N.D.I.A गठबंधन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
पिछले चुनाव में किसी सीट पर नहीं मिली जीत
Jayant Chaudhary: पश्चिमी यूपी को जाट, किसान और मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है। यहां लोकसभा की कुल 27 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि 8 सीटों पर विपक्षी गठबंधन ने कब्जा किया था। इनमें 4 सपा और 4 बसपा के खाते में आई थी। लेकिन, आरएलडी को किसी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई थी। यहां तक कि जयंत को पश्चिमी यूपी में जाट समाज का भी साथ नहीं मिला था। यही नहीं, 2014 के चुनाव में भी जयंत को निराशा हाथ लगी थी और एक भी सीट नहीं मिली थी।
जमकर की पीएम मोदी की तारीफ
Jayant Chaudhary: उन्होंने कहा था, ‘शीर्ष नागरिक सम्मान के लिए तीन नामों की घोषणा की गई और खासकर चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा एक बड़ा संदेश देती है। सरकार के इस फैसले से इस देश की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। मोदी जी ने दिखाया है कि वह देश की सोच और भावनाओं को समझते हैं।
Written By: Poline Barnard
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