Kanpur Hinsa: खबर इंडिया की टीम ने ग्राउंडजीरों से रिपोर्टिंग करते हुए कानपुर के चंद्रश्वर हाते की वो मल्टी स्टोरी बिल्डिंग दिखाई थी। जहाँ से विशेष संप्रदाय के लोगों ने दंगे के दौरान जमकर पत्थर फेंके थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखकर उन सब बिल्डिंग को चिंहित करने के बाद रिपोर्ट को केडीए को सौप दी है। अब कानपुर विकास प्राधिकरण ने उन इमारतों को सील करने की तैयारी कर ली है जो कि अवैधरूप से बनी हुई है। केडीए वीसी अरविंद सिंह ने अवैध इमारतों को सील करने का निर्देश दे दिया है।
Kanpur Hinsa: परेड,नई सड़क,बेनकगंज,चमनगंज और यतीम खाना मार्ग की अवैधरूप से मल्टी स्टोरी बिल्डिंग धड़ल्ले से बन गई थी।ये वो बिल्डिंग है। जहाँ से दंगे के दौरान जमकर विशेष संप्रदाय के लोगों ने पत्थरों के साथ पेट्रोल बम फेंके थे। 100 ऐसी बिल्डिंग है जिन्हें सील करने की तैयारी केडीए ने कर ली है। चंद्रश्वर हाते की 50 से ज्यादा ऐसी अवैध इमारतें है जो कि केडीए निशाने पर है। चंद्रश्वर हाते के पास में बनाई गई और भी इमारतें जो कि बिना नक्शा पास करवाए बिना बनवाई है। उनकों भी सील करने की तैयारी में है। पहले सील करने की कार्यवाही की जाएगी और इन अवैध इमारतों पर अगले चरण में बुलडोजर भी चलाया जा सकता है।
जॉइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि कई मल्टीस्टोरी बिल्डिंग हैं। हिंसा के दौरान कई इमारतों से पथराव भी किया गया। सूत्रों के मुताबिक, पहले के बवालों में भी ये इमारतें उपद्रवियों की मददगार बनी हैं। केडीए को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों में पत्थरबाजी व बमबाजी शुरू हो गई, जिसमें तमाम लोग घायल हो गये। मामले को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचे पुलिस बल के ऊपर भी पत्थरबाजी करने की जानकारी सामने आयी है। इस मामले की शुरुआत मुस्लिम नेता हयात जफर हाश्मी के बाजार बंद करने के आह्वान से हुई थी। बाद में कानपुर दंगों के मास्टर माइंड हयात जफर हाश्मी को गिरफ्तार कर लिया था।